खुले में शौच से मुक्त होना प्राथमिकता- डाॅ. आरूषी मलिक

कलक्टर डाॅ. मलिक ने भी भिनाय पंचायत समिति सभागार में की जनसुनवाई
IMG-20151005-WA0010ब्यावर, 05 अक्टूबर। जिला कलक्टर डाॅ आरूषी मलिक ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज के लिए यह आवश्यक है कि वह खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त होकर समाज में स्वच्छता व स्वास्थ्य के उच्च मापदण्ड स्थापित करें, अतः किसी भी ग्राम पंचायत के सर्वांगीण विकास हेतु उसे खुले में शौच से मुक्त करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
डाॅ.मलिक आज पंचायत समिति भिनाय के सभागार में जन सुनवाई के दौरान जनप्रतिनिधियों , अधिकारियों व आमजन को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि वार्ड पंच, सरपंच, स्थानीय प्रबुद्ध जन एवं अधिकारी यदि यह तय कर लें कि जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत को खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त करना है तो यह सम्भव है।
उन्होंने कहा कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण का अभूतपूर्व कार्य हुआ है जिसके चलते कई ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी है और वहां गौरव यात्राएं भी निकाली गई हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आमजन को शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित करने के लिए तहसीलदार, पटवारी, अध्यापक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य कर्मचारी भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं, आवश्यकता इस बात की है कि वे अपने क्षेत्रा के नागरिकों को घरों में शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित करें।
जनसुनवाई के दौरान बिजली, पानी, सड़क, अतिक्रमण, अवैध खनन आदि से संबंधित विभिन्न समस्याओं के निस्तारण हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये गए। धांधोल सरपंच ने नये हैण्डपम्प की खुदाई की मांग रखी, गूजरवाड़ा, बैरवा बस्ती, कोली मौहल्ला में जलापूर्ति में बाधा की समस्या भी प्रस्तुत की, जिस पर अधिकारियों ने अवैध कनेक्शन के कारण जलापूर्ति में बाधा की बात कही। राममालिया में पशु चिकित्सक नहीं होने, नांदसी में सब सेन्टर पर एएनएम के नहीं आने, गुड़ाखुर्द में जलापूर्ति की समस्या, भिनाय में चैधरी मौहल्ले में जलापूर्ति व आवारा पशुओं की समस्या, बूबकिया में दो साल से जलापूर्ति न होने, कनाईकलां में बीसलपुर की लाईन क्षतिग्रस्त होने व चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने एवं कुम्हारिया में दस हैण्डपम्प खराब होने समेत विभिन्न समस्याओं की जनसुनवाई करते हुए अधिकारियों को समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये गए।
इस मौके पर कलेक्टर डाॅ.मलिक ने कुल 169 प्रकरणों की सुनवाई कर आमजन को शीघ्र राहत देने की बात कही। साथ ही उन्होंने सरपंच, तहसीलदार, पटवारी, ग्राम सेवक व अधिकारियों को आगामी 31 मार्च 2016 तक जिले को स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त करने हेतु संकल्पबद्ध होकर कार्य करने की बात भी कही।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी श्रीमती ज्योति ककवानी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री राजेश कुमार चैहान, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री जगदीश चन्द्र हेडा, प्रधान, सरपंच, स्थानीय जनप्रतिनिधियों समेत कई अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे।

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