पहला संस्कार मातृभाषा है – स्वामी ओमप्रकाश

झूलेलाल मन्दिर, नाका मदार में सिन्धी बाल संस्कार शिविर प्रारम्भ

sai om pralashअजमेर- पहला संस्कार मातृभाषा है, बच्चों को सनातन संस्कार ऐसे शिविरों से मिलेगें। नियमित खेलकूद व व्यायाम से बच्चे स्वस्थ रहेगें। ऐसे आर्शीवचन भारतीय सिन्धु सभा अजमेर की ओर से झूलेलाल मन्दिर, नाका मदार में सिन्धी बाल संस्कार शिविर के शुभारम्भ पर प्रेम प्रकाश आश्रम, देहली गेट के स्वामी ओमप्रकाश व सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने प्रकट किये।
शिविर प्रभारी दीदी पुष्पा साधवाणी ने बताया कि शिविर सुबह 8 से 10 बजे तक रहेगा। शिक्षिका हर्षा कलवाणी, भारती रामचंदाणी ने अध्ययन व हेमा दीदी व डॉ. मनोज नानकाणी ने योग करवाया। भग्त घनश्याम ने संगीत की शिक्षा के साथ नृत्य करवाया। संयोजक लीला आसवाणी ने बताया कि शिविर में विद्यार्थियों को कापी, किताब के साथ पढाई सामग्री दी गई। सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवलप्रकाश किशनानी ने बच्चों को महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेने के साथ आगामी 16 जून को सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन स्मारक पर बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल होने का आव्हान किया।
शिविर का शुभारम्भ ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता, सिन्ध के चित्र, मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण से किया गया। स्वागत भाषण ईश्वर शिवनाणी वे आभार राजकुमार सोनी ने दिया। संचालन महेश टेकचंदाणी ने किया।
कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, पूर्व पार्षद खेमचन्द नारवाणी, दयाल शिवानी, किशोर बदलाणी, विनोद आसनानी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(महेश टेकचंदाणी)
महानगर मंत्री,
मो.9413691477

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