डेढ वर्ष में छीजत को पन्द्रह प्रतिशत तक लाने का प्रयास करें -श्रीमत पाण्डे

z1अजमेर, 2 जुलाई। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के समस्त सर्किल अधिकारियों को शनिवार को बिजली की वित्तीय हानि (छीजत) कम करने पर डिस्काॅम मुख्यालय सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में विद्युत वितरण निगमों के अध्यक्ष श्री श्रीमत पाण्डे ने कहा कि सभी एकजुट होकर छीजत को पन्द्रह प्रतिशत तक लाने का संकल्प ले तथा सभी अधिकारी समयबद्धता के साथ इस कार्य में पूरे मन से जुटे। उन्होंने कहा कि संवादहीनता की स्थिति किसी स्तर पर नहीं रहे। छीजत कम करना ही एकमात्रा लक्ष्य है जिसे हमें तीन चरणों में दिसम्बर, 2017 तक छीजत को 15 प्रतिशत तक लाना हैं। उन्होंने कहा कि छीजत कम करने के साथ उपभोक्ता की सुविधाओं का भी ध्यान रखें, राजस्व लीकेज रोके। राजस्व लीकेज रोकने के लिए संबंधित एआरओ तथा लेखाकर्मी नजर रखें। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों का विश्वास भी लिया जाए।
इस अवसर पर ऊर्जा सलाहकार श्री आर. जी. गुप्ता ने कार्ययोजना पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा स्लाईड प्रदर्शन के माध्यम से छीजत कम करने के लिए फीडर इंचार्ज के अधिकारों एवं दायित्वों को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि यह कार्ययोजना तीन चरणों में क्रियान्वित की जाएगी। जिसमें पहले चरण में ज्यादा छीजत वाले फीडरों में सुधार कार्य किया जाएगा। यह कार्य दिसम्बर, 2016 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। दूसरे चरण का कार्य जून, 2017 और तीसरे चरण का कार्य दिसम्बर, 2017 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि ग्राामीण क्षेत्रों में प्रत्येक फीडर पर प्रभावी माॅनिटरिंग की व्यवस्था की जायेगी, ओर इसके लिए फीडर मेनेजमेंट कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय सरपंच भी सम्मिलित होंगे। जिसकी हर महीने एक बैठक होगी, ओर उसमे क्षेत्राीय कनिष्ठ अभियन्ता गांव वालों को नये आदेश ओैर परिपत्रों की जानकारी देकर बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के महत्व को बताएगा। समय समय पर इन बैठकों में वरिष्ठ अधिकारी भाग लेगें। श्री गुप्ता ने कहा कि इस योजना में प्रत्येक फीडर को विस्तृत ब्यौरा तैयार किया जाएगा और फीडर इचार्ज की यह जिम्मेदारी होगी कि वह अपने क्षेत्रा में बिजली की मांग और आपूर्ति के पूरे विवरण पर निगरानी रखेगा।
इस मौके पर प्रबंध निदेशक श्री डी. के. शर्मा ने समस्त अधिशाषी अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रा में तकनीकी हेल्परों की इसी प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन कर उन्हें छीजत कम करने के संबंध में दिशा निर्देश देवें। साथ ही इस कार्य की नियमित रूप से माॅनिटरिंग भी करें।
इस अवसर पर निदेशक (वित्त) श्री एस. एम. माथुर, मुख्य, संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री एन. एस. सहवाल (उदयपुर जोन), मुख्य लेखाधिकारी श्री बी. एल. शर्मा (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), मुख्य अभियंता (आई.टी.) श्री आर. पी. सुखववाल सहित समस्त अधिकारी उपस्थित थे।
—000—

error: Content is protected !!