मुख्य मंञी के अजमेर आने पर पैसे की बरबादी न हो अत: निम्न बिंदुओ पर ध्यान देने की आवशयकता है
१ अजमेर शहर की आवशयकता अनुसार जल वितरण हेतु १०० एम एल का स्टोरेज बना हुआ है जो शहर की आवशयकता अनुसार परतिदिन जल वितरण हेत पूरण है,अतिरिक्त जल वितरण संगहण की आवशयकता नही है ! आवशयकता है बहतर परशासन परबन्धन की ऐवम जल वितरण लाईनों के सुधार की!पू्र्व मै बनाई गई १ करोड रूपये की कन्सलटेन्ट रिपोट् क्या कहती है ?ईस रिपो्ट अनुसार अजमेर मै २४*७(परतिदिन) जल वितरण, सीवरेज,जलशुदिकरण ई्तयादि कार्य कीये जाने थे !
२ दरगाह के चारों ओर ६ लेन रोड की योजना ऐक सपना है ,वरतमान मै स्विकृत दरगाह योजना पर jnnurm के अंतरगत केवल माञ ३८ करोड रुपये व्यय करना संभव नही हुआ अन्य कार्य कराये गये! ५००० करोड का पृोजक्ट बनाया जारहा है जिसकी कियानवती संभव नही है गौरव पथ पर ऐक मंदिर तो सात वरष मै हटा नही पा रहे शहर के चारो ओर की रोड को ही सुधारने का ऐवं पाकी्ंग की आवशयकता है!
३ पूर्ण शहर मै पोल बदल कर लाईट लगाई जा रही है जहॉ अच्छे डेकोरेटिव पोल है वहॉ भी बदले जा रहे है केवल माञ पैसे की बरबादी!
४ पू्र्व मै पूरे शहर मै रोडों के किनारे टाईल्स लगाई गई जिन्हे माञ ऐक वरष मै ही हटाना पडा ! बरसात के मध्यनजर आवशयकता अनुसार ही रोडे बनाई जानी चाहीये!
मेरा यहॉ कहने का मतलब है की कार्य कराये जाये लेकिन आवशयकता अनुसार क्योंकि कार्य करने को बहुत है शहर की गली मौहलौं मै सडके नही है, पारक नही है, पारकिंग नही है !
पू्र्व मै पोजक्ट बहुत बने है पर किरयानवित नही हुए अत: वही कार्य हाथ मै लिये जायें जो संभव हों एवं आवशयकता हो !
हेमंत रावत