सारथी बने गांधी

DSC_5623DSC_5483स्वतंत्रता दिवस की 70वी वर्षगांठ पर आक्ँस-फो केम्ब्रिज स्कूल, डिग्गी बाजार कंे विद्याथियों ने ‘‘जागृति रैलि‘‘ के माध्यम से नवाब का बेडा, डिग्गी बाजार, उसरी गेट, क्लॉक टावर, गांधी भवन, फव्वारा सर्किल, दिल्ली गेट, दरगाह बाजार, नला बाजार, मदार गेट व डिग्गी चौक के वातावरण को तिरंगामय कर दिया।
रैली का प्रारम्भ ठीक 03ः30 बजे मुख्य अतिथी पत्रकार एस ़ पी ़ मिततल साहब, पूर्व पार्षद भारती श्री वास्तव, पूर्व पार्षद श्जाकिर अंसारी, वर्तमान पार्षद रूचि श्री वास्तव ने झण्डी दिखाकर पारब्रहा मंदिर नवाब के बेडे से रैली का प्रारम्भ किया। रैली संयोजक श्री चन्द्रभान प्रजापति ने बताया कि रैली में 30 घोडे जिन पर विद्यार्थी टीपू सूल्तान, महाराणा प्रताप, चन्द्रशेखर आजाद,भगत सिंह, झॉसी की रानी की वेषभूषा में थे वही बग्गी पर चार वर्षीय महात्मा गांधी भारत माता के सारथी थे। साथ ही 20 ई़-रिक्शा, 15 तांगे जिनमें छोटे-छोटे बच्चे तिरंगा लहरा रहे थें। खुली जीप में सरताज जी, मिततल साहब, भारती मैडम, मुन्ना भाई, उस्मान जी, छात्रों का उत्साह बढा रहे थे। मिततल जी ने समापन भाषण में बच्चो कें उत्साह हौसलों व शिक्षिकाओं के कठिन परिश्रम की प्रशंसा करते हुए कहा, कि वास्तव में हमें ऐसे आयोजनों की गम्भीर आवश्यकता है जिससे हम लोगों को देश प्रेम के प्रति जागरूकता कर सके। यह भी स्पष्ठ किया कि शहिदों का राजनीतिकरण करने से अच्छा था की हमने उनके आदर्षो व जीवन श्षैली का अपनाया होता तो आतंकवाद, भ्रष्टाचार, साम्प्रदायिकता, क्षेत्रवाद हमारी राष्ट्ीय एकता के आगे बोने होते। अंत में चन्द्रा स्टोर व श्जाकिर अंसारी ने बच्चों को पुरस्कार देकर उनका हौंसला बढाया।
के एच उस्मानी
मों -9214065958

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