पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां मांगी

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली नें पुलिस, कारागार प्रशासन,अपराध शास्त्र तथा न्यायालयिक विज्ञान पर पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां मांगी

police logoपुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो गृह मंत्रालय ,नई दिल्ली ने न्यायालियक, विज्ञान,पुलिस,कारागार,पुलिस प्रशासन,अपराध शाखा,पुलिस अन्वेषण,अंगुली छाप से संबधित विषयों पर हिन्दी मे प्रकाशित पुस्तको क ेलेखको को पण्डित गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए प्रविष्टििया मांगी है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस , (अपराध शाखा) श्री पंकज सिंह ने बताया कि पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली द्वारा वर्ष 1982 से हिन्दी मेें उत्कृष्ट लेखन व सृजनशील लेखको को बढावा देने व हिन्दी में पुस्तको के अनुवाद को बढावा देने के लिए पं0 गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार के योजना चलायी जा रही है पंकज सिंह ने बताया कि पुलिस से संबधित विषयों पर हिन्दी में प्रकाशित पुस्तकों पर 30-30 हजार रूपये तक के पांच पुरूस्कार दिये जायेगंे। , इनमेे एक पुरस्कार महिला वर्ग के आरक्षित है। पंकज सिंह ने बताया कि अनुवादको की अनुदित हिन्दी मे प्रकाशित पुस्तको के लिए 14-14 हजार रूपये तक दो पुर0 दिये जायेगंे, इनमे एक पुरस्कार महिला वर्ग के आरक्षित है। उन्होने बताया कि पुलिस अनुसंधान एवं ब्यूरो,नई दिल्ली द्वारा पुलिस से संबधित किसी विषय पर पुस्तक लिखवान के लिये प्रतिवर्ष 40 हजार रूपये तक का एक पुर0 प्रदान करता है इस वर्ष का विषय इस श्रेणी में स्मार्ट पुलिसिंग समस्या एवं समाधान पर 40 हजार रूपये का पुर0 महिला वर्ग के आरक्षित है। इस श्रेणी में अपराधो के बदलते स्वरूप् में पुलिस की भुमिका विषय पर पुस्तकें आमन्त्रित की जा रही है इस पुरन0 योजना में भारत के सभी नागरिक भाग ले सकते है। योजना के प्रथम भाग में सभी पुस्तकें शामिल की जायेगीं जो 31 दिसम्बर 2015 तक प्रकाशित हुई है। पुस्तकों/पांडुलिपियों की तीन-तीन प्रतियॉ निर्धारित प्रपत्र के साथ पुलिस अनुसंधान एवं विकास ,ब्यूरो , नई दिल्ली को भेेजनी होगी ये पुस्तकें/पाडुलिपियों वापिस नही की जाती है। पुस्तके लगभग 100 पृष्ठो की अवश्य होनी चाहिये विस्तृत जानकारी के लिये मो0 9013074058 व ब्यूरो, की वेबसाईट ूूूण्इचतकण्दपबण्पद से ली जा सकती हैं ।

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