अन्तराष्ट्रीय स्वास्थय शिखर सम्मलेन में राजस्थान का प्रतिनिधि अजमेर से

img-20161010-wa0038img-20161010-wa0029img-20161010-wa0041नई दिल्ली (राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र) में वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार,फेडरेशन ऑ? इन्डियन चैम्बर ऑ? कॉमर्स (स्नढ्ढष्टष्टढ्ढ)और ए सी पी सी द्वारा आयोजित दुसरे अन्तराष्ट्रीय मेडिकल शिखर सम्मलेन में देश के सभी प्रान्तों से व लगभग 90 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए7

इस सम्मलेन में अजमेर से होराइजन सी सी डॉट इन की चेयरमैन श्रीमती माला नरेश ने राजस्थान के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया7सम्मलेन में भारत में उपलब्ध सर्वोतम स्वास्थ्य सेवाओं को अन्तराष्ट्रीय स्वास्थ्य पटल तक ले जाने व देश में उपलब्ध मेडिकल टूरिज्म (स्वास्थ्य पर्यटन) की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया 7

कई देश जैसे युगांडा ,भूटान,रिवांडा,अफ्घनिस्तान ,ब्रुनई व भारत के कई प्रदेशों से आये हुए प्रतिनिधियों ने भारत सरकार व देश के निजी स्वास्थ्य संस्थानों के योगदान की प्रशंसा की और अपने अपने देश में भारत के लिए मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाओं के विषय में व्याख्यान दिए 7

भारत की स्वस्थ्य सुविधाओं के निर्यात पर जानकारी देते हुए श्रीमती माला नरेश ने बताया की – गत वर्ष 2015 तक भारत को स्वास्थ्य सेवाओं के निर्यात से होने वाली आय का प्रतिशत 20 से लगभग 40 प्रतिशत पहुँच चुका है जिसके तहत विभिन्न देशों से लोग भारत में स्वस्थ्य सेवाएं लेने आ रहे हैं7यह अपने आप में विश्व के स्वस्थ्य पटल पर देश के लिए सम्मान की बात है7विश्व में कई ऐसे देश हैं जिनमें या तो अच्छे स्तर की स्वास्थय सेवाएं उपलब्ध ही नहीं हैं या फिर हैं भी तो बहुत महंगी हैं 7भारत में यह सेवाएं बाहर से आने वाले मरीजों को उनके देश के अनुपात में 25 -40 प्रतिशत सस्ती प?ती हैं 7इसीलिए विश्व भर से कई देशों के लोग हर साल भारत में अपना इलाज करवाने आ रहे हैं जिनका आंकडा आने वाले साल में 3.2 मिलियन तक पहुँच जाएगा 7इसका मूल कारण यह है की भारत में उच्च कोटि के चिकित्सक भी हैं और ऐसे उद्यमी घराने भी है जो चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश करने के इच्छुक हैं 7सरकार भी इस तरह का निवेश करने वालों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने को तत्पर न?र आ रही है 7भारत में नर्सिंग सेवा कार्य कर रहे लोगों की भी कमी नहीं हैं इतना ही नहीं बल्कि मिडिल ईस्ट के सभी देशों में भारत के केरल से गए हुए सैक?ों लोग वहाँ के सरकारी अस्पतालों तक में काम कर रहे हैं 7भारत में सैक?ों ऐसे निजी अस्पताल मौजूद हैं जिनको ?न ए बी एच और जॉइंट कमीशन इंटरनेशनल जैसी अन्तराष्ट्रीय मान्यताएं प्राप्त है जो की दुनियां में केवल सर्वोच कोटी के अस्पतालों को प्राप्त होती है 7उस पर भारत का चिकित्सा इतिहास 5000 वर्षों से भी पुराना है जिसमें योग और नेचरोपैथी जैसी पौराणिक चिकित्सा पद्यतियां भी शामिल है जिसका पूरा विश्व आज लोहा मानता है 7यह मेडिकल टूरिज्म अथवा स्वास्थ्य पर्यटन भारत के लिए आने वाले समय में बहुत ब?ा आय का स्त्रोत बन सकता है 7
अन्य देशों से आये हुए प्रतिनिधियों में युगांडा सरकार से जैसिनता सबाती ,भूटान से शेवंग लदीन , रिवांडा से इमानुअल रुद्किया ,युक्रेन से तात्याना कोंद्रद्युक ,ब्रुनई से सिल्वियाना मोरिस व अफगानिस्तान से असदुल्लाह फाजली ने भी व्याख्यान दिया 7

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