सीनियर फिजीशियन डॉ तरुण सक्सेना के शोधपत्र की चीन में सराहना

आईसीसी चाइना- 2016 में थे आमंत्रित वक्ता
dr-tarun-saxenaअजमेर 9 दिसम्बर। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के सीनियर फिजीशियन डॉ. तरुण सक्सेना के उच्च रक्तचाप पर प्रस्तुत शोधपत्र को चीन (शियान) में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हृदय रोग कॉफ्रेस- 2016 में काफी सराहना मिली। डॉ सक्सेना आईसीसी चाइना- 2016 में आमंत्रित वक्ता के रूप में हाल ही शामिल होकर स्वदेश लौटे हैं। कांफ्रेस 2 से 4 दिसम्बर को आयोजित हुई।
dr-tarun-saxenaडॉ सक्सेना ने बताया कि उनके विचारों ( शोध पत्र ) में उच्च रक्तचाप को मापने के लिए न्यूटन के सिद्धांत का पहली बार इस्तेमाल किया गया। इसमें उन्होंने ईकोकार्डियोग्राफी एवं सिम्पैथेटिक स्किन रिसपॉन्स के माध्यम से रक्तचाप की विभिन्न अवस्थाओं को दर्शाया। ऐसा पाया गया कि हृदय के द्वारा अधिक बल (फोर्स) से रक्त को फेंकने से रक्तचाप में वृद्धि होती है। गौरतलब है कि हृदय के इंजेक्शन फोर्स व उच्चरक्तचाप के संबंध को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहली बार किसी शोध पत्र में दर्शाया गया है।

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