जिले में मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान का शानदार आगाज

संतों का आशीर्वाद लेकर जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने जनता के साथ किया श्रमदान
जिले के 108 गांवों में कराए जाएंगे 3798 काम, 56610 हैक्टेयर क्षेत्रा मेें होंगे जल संवर्धन के कार्य

img_5268img_5165img_5243अजमेर, 09 दिसम्बर। जिले को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरणों के कार्यों का आज पूरे जिले में शानदार आगाज हुआ। संतों का आशीर्वाद लेकर जनप्रतिनिधियों ने जिले के विभिन्न स्थानों पर जल स्वावलंबन के लिए चयनित स्थानों पर श्रमदान किया। विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुरू किए गए इन कार्यों में आमजन ने भी पूरा सहयोग किया। उन्होंने श्रम, समय, धन और साधनों से सहयोग का संकल्प भी लिया।
अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण का जिला स्तरीय समारोह किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्रा के रलावता गांव में आयोजित किया गया। निम्बार्क पीठ के युवाचार्य श्यामशरणदास ने विधिवत मंत्रोच्चार से अभियान की शुरुआत की। यहां रलावता तालाब में शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल, संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री शंभूदयाल बडगुर्जर, विधायक श्री भागीरथ चैधरी, जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल, जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल, अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत एवं पुलिस अधीक्षक श्री नितिनदीप ब्लग्गन के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम, पुलिस के जवानों और ग्रामीणों ने श्रमदान किया। उन्होंने तालाब में लगातार कई घंटे तक साथ मिल कर मिट्ट्ी निकाली।
तालाब की पाल पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि एक-दूसरे का ख्याल रखना भारतीय संस्कृति है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा शुरू किए गए जल स्वावलंबन अभियान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाना है। हम जल संरक्षण का ख्याल रखेंगे तो पर्यावरण भी हमारा हितैषी होगा। यह अभियान नहीं बल्कि जल क्रांति है। इसमें प्रत्येक व्यक्ति को भागीदारी निभानी चाहिए। भावी पीढ़ी को दी जा सकतने वाली यह सबसे बड़ी सौगात है। जल रहेगा तभी हमारी आने वाली पीढियां सुरक्षित रह पाएंगी। जल की रक्षा के लिए हमें उसका सदुपयोग भी करना सीखना होगा। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि जल संरक्षण के लिए श्रम, तन,मन और धन के अलावा साधनों का भी सहयोग करें। आज का त्याग और समर्पण ही हमारा कल खुशहाल बनाएगा।
महिला और बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि जो अपनी मदद करता है, भगवान उसकी मदद करते हैं। यह काम गांवों की भलाई के लिए, उनका जल स्तर और जीवन स्तर सुधारने के लिए हो रहा है। ग्रामीण भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं तो और शानदार परिणाम हासिल होंगे। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे की अभिनव सोच का ही परिणाम है कि आज हर गांव का जल बजट बनाया जा रहा है। गांव का पानी गांव में , खेत का पानी खेत में रहेगा तो भूजल स्तर सुधरेगा। यह स्थिति प्रदेश को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाएगी। अभियान का सकारात्मक परिणाम यह है कि इससे ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा। आने वाले दिनों में प्रदेश का प्रत्येक गांव इस अभियान के तहत कवर कर लिया जाएगा।
संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत ने कहा कि यह अभियान ऐसा है कि प्रत्येक व्यक्ति इससे जुड़ सकता है। यह पुण्य का काम है हम सभी को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधराराजे ने राजस्थान को पानी के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाने का जो बीड़ा उठाया है, वह अभूतपूर्व है। प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में इसके शानदार परिणाम हासिल हुए हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अभियान में भागीदारी निभाएं।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री शंभूदयाल बडगुर्जर ने कहा कि जल संवर्धन के क्षेत्रा में राजस्थान ने पूरे देश में सबसे शानदार काम किया है। यह एक ऐतिहासिक पहल है जो प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। मुख्यमंत्राी श्रीमती राजे की इस पहल की प्रधानमंत्राी श्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रशंसा की है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि यह कार्य सरकार आपकी भलाई के लिए कर रही है। इसमें पूरा सहयोग करें।
विधायक श्री भागीरथ चैधरी ने कहा कि यह पूरे देश का सबसे अनूठा अभियान है। मानवता की सेवा के लिए इस अभियान के दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। अभियान से रेगिस्तानी राजस्थान हरा-भरा राजस्थान हो जाएगा। उन्होंने सभी से कहा कि परमार्थ के लिए किए जा रहे इस काम में सहयोग करें। गांवों में चारागाहों, श्मशान और कब्रिस्तानों के विकास में सहयोग करें। अभियान के प्रथम चरण के शानदार परिणाम सामने आए हैं। अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत ने कहा कि यह अभियान मनुष्य, पशु-पक्षी, मवेशी सभी के लिए फायदेमंद है। हम इस पुनीत कार्य में सहयोग कर पीढियों की सेवा करेंगे।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने सभी से इस अभियान में तन-मन-धन से जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि अब तक एक करोड़ से अधिक क्राउड फण्डिंग का आश्वासन विभिन्न औद्योगिक एसोशिएसन,जनप्रतिनिधियों, ठेकेदारों एवं विभिन्न संगठनों से प्राप्त हो चुका है। अभियान में आर्मी, पुलिस बल, धार्मिक संगठनों व आमजन का भरपुर सहयोग मिल रहा है।
युवाचार्य ने समझाया जल का महत्व
कार्यक्रम में निम्बार्कपीठ के युवाचार्य श्री श्यामशरण देव ने जल का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि पुराणों में वर्णित है कि प्रथम वंदनीय गणपति से भी पहले जल के देवता वरुण की पूजा होती है। सृष्टि का आधार पंचमहाभूतों को माना गया है। यह पंचमहाभूत हैं, पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्नि। इनमें भी जल का सर्वाधिक महत्व है। जल के बिना जीवन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जल का संरक्षण हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम मंे जल के क्षेत्रा में अच्छा कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया।
जिला कलक्टर ने किया लगातार श्रमदान
कार्यक्रम से पूर्व जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने लगातार सवा दो घण्टे तक स्वयं श्रमदान किया । उन्होंने बिना रूके लगातार मिट्टी खोदी और तगारी में भरकर अधिकारियों और जवानों को पकड़ायी। श्री गोयल के इतनी लगन से श्रमदान करने की मंच पर भी सभी जनप्रतिनिधियों ने प्रशंसा की।
21.51 लाख का मिला सहयोग
रलावता में आयोजित कार्यक्रम में पहले ही दिन 21 लाख 51 हजार रुपए के आर्थिक सहयोग की घोषणा की गई। विधायक भागीरथ चैधरी ने कहा कि जन सहयोग से 21 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग रलावता तालाब के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के सहयोग से सलेमाबाद के निम्बार्क सरोवर के जीर्णोद्धार के लिए मार्बल उपलब्ध कराया जाएगा। अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत ने कहा कि देहात भाजपा द्वारा जल स्वावलंबन अभियान में 51 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग एवं संगठन की विभिन्न इकाइयों द्वारा श्रमदान का सहयोग दिया जाएगा।

6.27 लाख की लागत से हो जाएगा नाचन बावड़ी का जीर्णोद्धार

सैकड़ों साल पुरानी है नाचन बावड़ी
जिले के जनप्रतिनिधियों ने किया जीर्णोद्धार कार्य का शुभारम्भ
अजमेर, 09 दिसम्बर। मुख्यमंत्राी जल स्वालम्बन अभियान के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा जयपुर रोड़ स्थित सम्राट अशोक उद्यान परिसर में बनी एतिहासिक नाचन बावड़ी के जीर्णोद्धार कार्य का आज शुभारम्भ हुआ। प्राधिकरण मात्रा 6.27 लाख रूपये की लागत से इसके जीर्णोद्धार कार्य को सम्पन्न करा लेगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल, संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत, अजमेर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, उप महापौर श्री सम्पत सांखला, जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल, अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत, श्री अरविन्द यादव एवं अन्य अधिकारियों ने आज दोपहर बावड़ी जीर्णोद्धार कार्य का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर एडीए अध्यक्ष श्री हेड़ा ने बताया कियह बावड़ी अंतिम हिन्दू सम्राज पृथ्वीराज चैहान के समय में बनाई गई थी। इतिहासविद्वों के अनुसार यहां बावड़ी में पानी निकलने पर लोगों में खुशी और उल्लास इतना था कि लोग बावड़ी पर नाचने लगे। कहा जाता है कि इसी कारण इस बावड़ी का नाम नाचन बावड़ी पड़ा। इस बावड़ी में सैकड़ों साल तक पानी रहा और यह चैहान वंशों के पानी प्रबन्धन का बेहतरीन उदाहरण था। इस कार्य पर 6.27 लाख रूपये की लागत आएगी।
उन्होंने कहा कि अजमेर विकास प्राधिकरण ने मुख्य मंत्राी जल स्वालम्बन योजना से प्रोत्साहित होकर इसके जीर्णोद्वार का बीड़ा उठाया है। यहां समीप बनी एआरजी सिटी की छतों पर एकत्रित होने वाले बरसात के साफ पानी का प्रयोग किया जाएगा। अभी तक एआरजी के वाटर हार्वेस्टिंग के बाद बचा अतिरिक्त पानी व्यर्थ बहा दिया जाता था। इसे देखते हुए प्राधिकरण ने बावड़ी की साफ सफाई के बाद इसकी खुदाई कार्य करके एआरजी सिटी के परिसर के बाहर से अतिरिक्त साफ पानी बावड़ी में लाने की व्यवस्था की है।इसमें करीब 300 मीटर पाईप लाईन बिछाई जाएगी और इस बावड़ी की मिट्टी का बाहर निकालकर इसे साफ किया जाएगा।
एआरजी सिटी की छतों से व्यर्थ जा रहे वर्पा जल की मात्रा करीब साढे़ 10 लाख लीटर है। बावड़ी की क्षमता 2 लाख 60 हजार लीटर है और यह बरसात के दौरान बावड़ी में कई बार रिचार्ज होता रहेगा। नाचन बावड़ी जल संरक्षण के अतिरिक्त अजमेर आने वाले पयर्टकों के लिए भी आकर्पण का केन्द्र रहेगा।

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