राज्य सरकार के तीन वर्ष के कुषासन के विरोध में पैदल मार्च

congress logoअजमेर 21 दिसम्बर। राज्य सरकार के तीन वर्ष के कुषासन के विरोध में देहात एवं शहर जिला कांग्रेस के सयुक्त तत्वावधान में बुधवार को पैदल मार्च का आयोजन कर कलेक्ट्रेट पर प्रर्दषन किया गया। पैदल मार्च से पूर्व राहुल गांधी की बारां यात्रा और संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर शहर कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक भी आयोजित की गई जिसमे सरकार के कुषासन पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
कांग्रेस के प्रदेषव्यापि आव्हान के तहत राज्य की भाजपा सरकार के विरोध मे होने वाले पैदल मार्च मे शामिल होने के लिये सुबह से ही शहर व देहात के कांग्रेसजनों ने इन्डोर स्टेडियम पर इक्ठ्ठा होना शुरू कर दिया। शहर देहात अध्यक्षों सहित संगठन के वरिष्ठ नेताओं की अगुवाई में सरकार के तीन वर्षीय कुषासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुऐ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट मुख्यालय की और कूच किया कांग्रेसी नारेबाजी करते हुऐ अग्रसेन सर्किल, सूचना केन्द्र, डाक बंगला, पुरानी आर.पी.एस.सी. होते हुऐ कांग्रेसियों का जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां उत्साहित कार्यकर्ताओं नें सरकार के खिलाफ जमकर गुबार निकालते हुऐ नारेबाजी की। इस मौके पर कांग्रेसी नेताओं ने राज्य की भाजपा सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल की असफलताओं एवं कुषासन को लेकर एक पुस्तक को भी जारी किया।
कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुऐ शहर अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि राजस्थान भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अपने नियुन्तम स्तर पर पहुँच गयी है। विद्यालयों के एकीकरण की गलत नीति के कारण प्रदेश के सैकड़ों सरकारी विद्यालयों को बंद करना पड़ रहा है। शून्य नामांकन के चलते बन्द होते सरकारी विद्यालय भाजपा सरकार की लचीली शिक्षा नीतियों की पोल खोल रहे हैं। प्रदेश के लगभग 300 सरकारी विद्यालयों में शून्य नामांकन की स्थिति पैदा होना बेहद चिंता का विषय है। उन्होने राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर चुनावी वायदे पूरे नही करने का आरोप लगाया है इसके लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सार्वजनिक रुप से माफी मांगनी चाहिए।
देहात अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि एक तरफ प्रदेश की जनता केंद्र भाजपा सरकार द्वारा गलत तरीके से थोपी गयी नोटबन्दी के चलते आर्थिक तंगी से गुजर रही है वहीं राज्य की भाजपा सरकार मंत्रियों के लिए नई गाड़ियां खरीदने के नाम पर लगभग 10 करोड़ का अतिरिक्त वित्तीय भार प्रदेश की जनता पर डाल रही है। प्रदेश भाजपा सरकार के लिए अपने मंत्रियों की सुविधा आम जनता के बजाय सर्वोपरि है।
नसीराबाद विधायक राम नारायण गुर्जर ने राज्य सरकार के तीन वर्ष के कामकाज को घोर निराशावादी और प्रदेश के विकास को अवरूद्व करने वाला बताते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर असफल रही है। उन्होंने आंकडे देते हुए बताया कि प्रदेश में लगातार बिगडती कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण बलात्कार, हत्या, अपहरण और अनुसूचित जाति एवं जनजाति उत्पीडन के मामले बढ रहे है।
पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ ने कहा कि अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति उत्पीडन में देश में राजस्थान पहले नंबर पर आ गया है जबकि महिला शोषण और बलात्कार में तीसरे स्थान पर आ गया है। इसी तरह हत्या अपहरण के मामलों में भी लगातार बढोतरी हो रही है।
कार्यकर्ताओं को प्रदेष कांग्रेस सचिव महेन्द्र रलावता, अजमेर प्रभारी सुरेष मिश्रा, सुनिल पारवानी, सुरज्ञयान सिंह घोसल्या, गंगा देवी, पूर्व विधायक हाजी कय्यूम खान, ललित भाटी, डा. राजकुमार जयपाल, नाथुराम सिनोदिया, डा. गोपाल बोहेती, महेन्द्र गुर्जर, ब्रह्मदेव कुमावत, रामस्वरूप चैधरी, कमल बाकोलिया ने भी संबोधित किया।
इससे पुर्व संगठानत्मक गतिविधियों और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 26 दिसम्बर को बारां मे होने वाली रैली को सफल बनाने के लिये संगठन के अध्यक्ष विजय जैन की अध्यक्षता में इन्डोर स्टेडियम के सभा भवन मे एक बैठक आयोजित कर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक मे तय किया गया की 26 दिसम्बर को कांगे्रसजन ज्यादा से ज्यादा संख्या में बारां पहुंचेगें। बैठक में राज्य की वंसुधरा सरकार के तीन साल के कुषायन के विरोध में एक निंदा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसको उपस्थित पदाधिकारियों ने धवनीमतों से पारित किया। बैठक मे जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों पूर्व विधायकों, पार्षदों, ब्लाक कांग्रेस एवं अग्रीम संगठनों के अध्यक्षों सहित वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
पैदल मार्च में प्रमिला कौषिक, कुलदीप कपूर, कैलाष झालीवाल, सुकेष कांकरिया, अषोक शर्मा, ललित भटनागर, दिनेष शर्मा, श्याम प्रजापति, आरिफ हुसैन, अषोक बिंदल, विजय नागौरा, शैलेन्द्र अग्रवाल, सबा खान, लोकेष शर्मा, अब्दुल रषीद, महेष चैहान, जोब्सन बैसली, सिडनी सेमसंन, शैलेष गुप्ता, रागीनी चर्तुवेदी, सुषमा राठौड़, कैलाष कौमल, चन्दन सिंह, निर्मल बैरवाल, द्रोपदी कोली, सुनिल कैन, चन्द्रषोखर काकू, श्रवण टोनी, भरत धोलखेड़िया,रष्मि हिंगोरानी, गीता गुर्जर, नोरत गुर्जर, सर्वेष पारिक, मंजू सोनी, हिमांयु, शमषुद्दीन, मलोज कंजर, सईद खान, विजय असरवा, सिराज खान, सदाकत अली, मनवर खान, दिनेष बैरवा, दिनेष के शर्मा, रवि शर्मा, बलराम शर्मा, सागर मीणा, दीपक धानका, मनीष सेठी, महेन्द्र जोधा, दीन दयाल शर्मा, सुनील मोतियानी, राकेष चैहान, नवीन भाटी, बालमुंकूद टांक, राजेन्द्र नरचल, फिरोज खान, राजकुमार टांक, हरचंद हांकला, छीतरमल टेपण, प्रताप यादव, राजकुमार पाण्डया, सुमित मिततल, साजिद खान, मुबारक अली, ओम प्रकाष गुर्जर, अनुपम शर्मा सुरेष राठौड़ चन्द्र प्रकाष बोहरा, गोपाल चैहान सहित शहर देहात के सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

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