इल्म-ओ-हुनर की उड़ान कार्यक्रम

छात्रा शिक्षा अर्जित कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ें – शिक्षा राज्यमंत्राी
कौशल विकास के साथ सकारात्मक सोच से आगे बढ़ें – अध्यक्ष, मदरसा बोर्ड़

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी
अजमेर, 18 जनवरी। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने अल्पसंख्यक छात्रा छात्राओं से आग्रह किया है कि है कि वे शिक्षा अर्जित कर समाज एवं देश की मुख्य धारा से जुड़े। सरकार ने प्रदेश से अशिक्षा एवं गरीबी दूर करने के लिए अनेक योजनाएं चलाई है, उनका लाभ उठावे ।
प्रो.देवनानी बुधवार को सूचना केन्द्र में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा आयोजित इल्म-ओ-हुनर की उड़ान समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता राजस्थान मदरसा बोर्ड़ की अध्यक्ष श्रीमती मेहरून्निसां टाक ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, आरसीडीईएस के उपाध्यक्ष फादर कोसमोस शेखावत, अल्प संख्यक अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री हारून खान एवं श्री अरविन्द यादव थे।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि इल्म और हुनर के बिना जीवन अधूरा हैं। इल्म (शिक्षा) से जुड़ कर ही व्यक्ति आगे बढ़ सकता हैं। सरकार ने भी प्रत्येक बालक को शिक्षा से जोड़ने के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं, उनका लाभ उठायें। उन्होंने बताया कि बालिकाओं की शिक्षा के लिए राजश्री योजना चला रखी है जिसमें बालिका के जन्म से लेकर 12 वी कक्षा तक उसे सरकार 50 हजार रूपये देती हैं। उन्होंने कहा कि आज कम्प्यूटर युग आ गया है। उससे जूडें तथा समाज, देश की मुख्य धारा में आगे बढ़े। प्राप्त ऋण का सदुपयोग करें। सरकार सदैव सभी के साथ है।
अजमेर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अजमेर को स्मार्ट सिटी, हेरिटेज एवं अमृत जैसी योजनाएं मिली है। हर व्यक्ति खुषहाल बने, हर चेहरे पर मुस्कान रहें इसके लिए निःषुल्क दवा एवं षिक्षा की व्यवस्था सरकार ने की है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान मदरसा बोर्ड़ की अध्यक्ष श्रीमती मेहरून्निसां टाक ने कहा कि जिस उद्देश्य से आज मदरसों को कम्प्यूटर एवं सामग्री का वितरण किया जा रहा है, उनका पूर्ण उपयोग किया जाएं। साथ ही ऋण की सुविधा का उपयोग कर उसका समय पर चुकाने की भी व्यवस्था रखें तथा अजमेर का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि आज ई-लर्निंग का जमाना है। इस मुख्य धारा से सभी जुड़े। उन्होंने बताया कि मदरसा का भी अलग से पार्टल बनाया गया है।
मदरसा बोर्ड अध्यक्ष ने कौशल विकास पर जोर देते हुए कहा कि कौशल विकास के साथ साथ सभी सकारात्मक सोच रखें तथा समाज की मुख्य धारा से जुड़े। लघु उद्योगों के लिए ऋण हेतु आवेदन करें। सभी अपने बच्चों को पढ़ाएं। उन्होंने बताया कि आगामी मार्च माह तक 34 हजार बच्चें मदरसों में फर्निचर पर बैठ कर पढाई कर सकेंगे।
इस मौके पर अल्प संख्यक अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रदेषाध्यक्ष श्री हारून खान ने भी अपने विचार रखें। प्रारंभ में जिला अल्प संख्यक अधिकारी श्री यू.डी. खान ने सभी का स्वागत किया तथा बताया कि ऋण की पुर्न अदायगी का जिले में विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
समारोह में 34 व्यक्तियों को 51 लाख रूपये के ऋण वितरित किए गए। जबकि सात मदरसों को 24 कम्प्यूटर सहित अन्य सामग्री का वितरण किया गया ।
अंत मे आभार श्री शंकर सिंह रावत ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती वृतिका शर्मा ने किया। इस मौके पर राजस्थान मदरसा बोर्ड की सदस्य सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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