अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा आरएसएस व इससे जुड़े सभी संगठनों के कार्यक्रमों में भाग लेने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के सम्बंध में हाल ही में जारी सर्कुलर को अलोकतांत्रिक, असंवेधानिक व राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तुगलकी मानसिकता को दर्शाता है। देवनानी ने इस सम्बंध में आज अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र में राष्ट्रवादी व सामाजिक संगठनों से जुड़ने व उनकी गतिविधियों में भाग लेने का सबको अधिकार है। प्रदेश सरकार द्वारा संघ, विश्व हिन्दू परिषद वनवासी परिषद जैसे संगठनों के सम्बंध में सर्कुलर जारी कर कर्मचारियों में झूठा भय पैदा करने तथा उन्हें सीधे-सीधे धमकाने का काम कर रही है जबकि पूर्व में भी सर्वोच्च न्यायालय व विभिन्न प्रदेशों के उच्च न्यायालय आदेश दे चुके है कि संघ से जुड़ने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ व इससे जुड़े समस्त संगठन एक राष्ट्रवादी व सामाजिक संगठन है जिसके स्वंय सेवकों ने देश में प्राकृतिक आपदाओं के समय तथा सामाजिक उत्थान व विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये है। आज देश का समस्त बुद्धिजीवी वर्ग एवं गणमान्य व जिम्मेदार व्यक्ति संघ से जुड़े है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आतंककारी संगठनों व विदेशी घुसपेठियों पर तो सरकार किसी प्रकार का नियंत्रण कर नहीं पा रही है उलटे देशभक्त सामाजिक संगठनों पर अंकुश लगाने की ओछी राजनीति कर रही है।
उन्होंने सरकार से हाल ही में जारी किये गये इस तुगलकी आदेश को तत्काल रद्द कियेे जाने की मांग की है।