जयपुर। विभिन्न न्यूज पार्टल्स पर चल रही खबरों के अनुसार राजस्थान सरकार के शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने मुगल बादशाह अकबर को पहले तो आतंकी कहा, फिर बयान बदल कर आक्रांता बताया। अकबर के किले का नाम बदल कर अजमेर किला करने के बाद कथित तौर पर मिल रही धमकियों पर प्रतिक्रिया देते हुए देवनानी ने विधानसभा के बाहर कहा कि वे एक राष्ट्रवादी हैं और जहां भी आतंकियों के नाम पर जगहों के नाम होंगे, वे उन्हें बदलने की कोशिश करेंगे। शिक्षामंत्री ने कहा, अजमेर में अकबर के किले का नाम अजमेर का किला करने को उन्होंने ही कहा था। उनका कहना रहा कि क्योंकि मैं एक राष्ट्रवादी हूं और उस आधार पर जहां जहां आतंककारियों के नाम हैं, उनमें जो भी नियमानुसार संशोधन किया जा सकता है, वो किए जाएं, इसका मैंने आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि अकबर ने भारत में आक्रमण किया था। इसीलिए हमने पाठ्यक्रम से वह चैप्टर हटा दिया, जिसमें उसे महान बताया गया था। यह सच है मैं राष्ट्रवादी हूं, बीते साल 23 जुलाई को स्कूटर सवार एक शख्स ने मुझे टक्कर मारी थी और भाग गया। उस घटना में मेरा पैर फ्रैक्चर हो गया। अब यह धमकी भरा पत्र आया है, मुझे हैरानी है कि कहीं ये दोनों एक ही कनेक्शन से तो नहीं हैं। अब पुलिस ही ये तय करेगी।
महाराणा प्रताप के हल्दीघाटी युद्ध जीतने को लेकर उन्होंने कहा, वामपंथियों ने भारत के इतिहास को तबाह किया है। अगर अकबर ने वाकई महाराणा प्रताप पर जीत हासिल की थी तो उसने उनके खिलाफ फिर छह बार लड़ाई क्यों छेड़ी? इतिहास में अब तक कहा जाता रहा है कि अकबर महान था लेकिन रिसर्च में यह साबित होता है कि महाराणा प्रताप महान थे।