अन्तर्राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस पर बुजर्गों का सम्मान

अजमेर। जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय कुमार शारदा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों का सम्मान करना परम्परा रही है और उनका आशीर्वाद हमेशा रक्षा करता आया है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्थान महिला कल्याण मण्डल तथा हैल्पएज इंडिया के सहयोग से चाचियावास में वयोवृद्घ सहायता कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय वृद्घजन दिवस पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बुजर्गों की देखभाल करना पुत्रों का कर्तव्य है । विधिक सेवा के तहत पुत्र को पिता की देखभाल के लिए पाबन्द किया जा सकता है और जिसकी कोई देखरेख करने वाला नहीं हो तो उसे सरकारी सहायता दी जाती है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सुरेन्द्र पुरोहित ने अनावश्यक रूप से खर्चे में कटौती कर असहाय बुजुर्गों की सहायता करने को कहा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री जे.पी.चांवरिया ने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।
कार्यक्रम में अरड़का नरवर, बबाईचा, अजयसर व काजीपुरा के 60 बुजुर्गों ने भाग लिया ऋतु मित्तल ने फिजियोथिरेपी से उपचार कर दवाईयां उपलब्ध करार्इं। 10 असहाय बुजुर्गों को आवश्यक सामग्री तथा 50 असहाय बुजुर्गों को कम्बल वितरित किये गये।
श्रीमती क्षमा काकड़े कौशिक ने सभी का स्वागत किया और महिला कल्याण मण्डल द्वारा बुजुर्गों की देखभाल के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर श्री नानू लाल प्रजापति, लायन्स क्लब के अध्यक्ष श्री एस.एन.नुवाल, पूर्व अध्यक्ष ओ.एस.माथुर सहित दिलीप मकवाना व विकास गौड़ मौजूद थे। सचिव सागरमल कौशिक ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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