ब्राह्मण संघर्ष समिति ने पुष्कर में लिया देवनानी को हटाने का संकल्प

रघु शर्मा ने शस्त्र पुजा कर किया आव्हान
‘प्रोफसेर से श्री’ बने वासुदेव देवनानी कल पहंुचे भगवान परशुराम की शरण में

29-04-2017 (2)शिक्षा राज्यमंत्री द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गयी अपमानजनक टिप्पणी और समाज द्वारा माफी मांगने की तीन दिन की मोहलत आज शाम समाप्त हो रही है। ब्राह्मण संघर्ष समिति से जुडे विभिन्न ब्राह्मण संगठनों ने एक जुटता का परिचय देते हुए आज तीर्थराज पुष्कर जाकर आन्दोलन को तीव्र गति प्रदान करने का निर्णय लिया।
तीर्थराज पुष्कर में परमपिता परमेश्वर ब्रह्मा मंदिर में मंत्री देवनानी की सद्बुद्धि हेतु यज्ञ किया एवं इस अवसर पर पूर्व विधायक (केकड़ी) श्री रघु शर्मा ने भगवान परशुराम जी के शस्त्र (फरसा) की पुजा कर इस आन्दोलन को अपने अंतिम लक्ष्य तक पहुचाने का आव्हान किया। उन्होने कहा कि शिक्षा मंत्री के पर रहते हुए गरिमायपुर्ण व्यवहार करना तो दूर, सामाजिक समरसता का ढोल पीटने वाले शिक्षा मंत्री ने ऐसी अभद्र टिप्पणी की जो कि माफ किये जाने योग्य नहीं है। फिर भी ब्राह्मण समाज ने माफी मांगने का आग्रह किया था जो उन्होने ठकुरा दिया। इस व्यक्ति (देवनानी) ने सलेमाबाद निम्बाकाचार्य पीठ की भी अव्हेलना की एवं अपनी बात से मुकर गये। रघु शर्मा ने कहा मंत्री देवनानी का झूठ अब पुरे प्रदेश के सामने आ गया है। वे प्रोफेसर की पात्रता नहीं रखते और वे अब सभी स्थानों पर स्वंय के नाम के आगे ‘‘श्री’’ लगवाने लगे है। उन्हें बताना चाहिए वे क्यों वर्षो से लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे थे? कितने शिलालेख जिन पर आम जनता की पसीने की कमाई का पैसा लगा है क्या उन सभी शिलालेखों को हटाने का खर्च उनके निजी बैंक खाते से सरकार वसूलेगी ? इसके अतिरिक्त जिन शिक्षाविदों ने वर्षो तपस्या कर प्रोफेसर की उपाधी प्राप्त की, क्या उन सबका इस फर्जी प्रोफेसर ने अपमान नहीं किया ? देवनानी को न सिर्फ ब्राह्मण समाज से बल्कि सम्पूर्ण प्रदेश की जनता से इस कृत्य की माफी मांगनी होगी। मुख्यमंत्री को ऐसे छद्दम प्रोफेसर को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के जिला अध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा ने इस आन्दोलन को ओर अधिक व्यापक बनाने का आव्हान किया। कल हुई अभुतर्व रैली के लिये उन्होने सभी बन्धुओं का आभार प्रकट किया और कहा भ्रम फैलाने वाली शक्तियों का मुहं तोड़ जवाब रैली में जुटे समस्त बन्धुओं ने दिया।
एडवोकेट विवेक पाराशर ने इस अवसर पर कहा महापुरूषों का केवल गुणगान करने से आप समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं कर सकते बल्कि आपको सच्चाई और त्याग का मार्ग चुनना होगा। आडम्बर से दूर रहना होगा। सच्ची समाजसेवा एवं सभी के प्रति सम्मान भाव से ही प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। केवल प्रतिकात्मक कार्य करने से कुछ हांसिल नहीं होता।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने भगवान परशुराम जयंती पर सम्मान्तर कार्यक्रम करने की निन्दा की एवं धार्मिक कार्यो में राजनीति करने वालों की ओछी मानसिकता को नकारने का आव्हान किया। उन्होने चेताया समय रहते सीधे रास्ते पर आ जावे अन्यथा समाज उनको समय आने पर हासिये पर धकेल देगा।
एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने इस अवसर पर कहा समाज में फुट डालने की कुचेष्ठा करने वालों को समाज धरातल दिखा देगा। सभी जनप्रतिनिधीयों से अपील की समाज का अनादर करने वालों को जड़ से उखाड़ फैंके। श्री देवनानी ने यह जो राजनैतिक चाल चलने का प्रयास किया है वह बचकाना है, पाठ्यक्रम कों तय करना माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कमेटी द्वारा होता है क्या जोड़ना है और क्या हटाना है यह निर्णय कमेटी करती है इसमे मंत्री की कोई भूमिका नहीं होती है। अतः उनकी यह घोषणा एक राजनैतिक जुम्ला है इससे अधिक कुछ नहीं क्या भगवान परशुराम की याद आज ही आनी थी ?
इस अवसर पर राजस्थान ब्राह्मण महासभा अजमेर के जिलाध्यक्ष सुदामा शर्मा, राजस्थान ब्राह्मण महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, विधि प्रकोष्ठ राजस्थान ब्राह्मण महासभा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र ओझा, आरक्षण मंच प्रदेश प्रभारी कैलाश शर्मा, युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ब्रजेश पाण्डे, पूर्व पुष्कर पालिका अध्यक्ष दामोदर शर्मा, पण्डित चन्द्र शेखर, वेदनाथ दामोदर, वी.के. राजपुरोहित, कुश पराशर आदि उपस्थित थे।

(सुदामा शर्मा)
अध्यक्ष
राजस्थान ब्राह्मण महासभा
जिला अजमेर
मो.9828279376

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