सूचना मिलते ही तत्काल चिकित्सा दल पहुंचे-गालरिया

अजमेर। जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये हैं कि जिले में कहीं भी मौसमी बीमारियों के फैलने की सूचना मिलते ही तत्काल चिकित्सा दल भेजें और उस क्षेत्र के चिकित्सा कर्मियों को मुख्यालय पर रहकर ही कार्य कर चिकित्सा सेवायें देने को कहा है।
गालरिया ने कलेक्ट्रेट के समिति कक्ष में आयोजित साप्ताहिक बैठक में चिकित्सा, बिजली, पानी, रसद विभाग के कार्यों की समीक्षा की और कहा कि जिले में अनेक स्थानों से मौसमी बीमारियों के बारे में जानकारी मिल रही है । चिकित्सा विभाग को सतर्क व सजग रहकर तत्काल अपने चिकित्सा कर्मियों को भेजकर उस क्षेत्र में चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध करानी है जिससे इन बीमारियों पर तत्काल रोक लग सकें। उन्होंने कहा कि वर्षा के पश्चात् अनेक शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों की तादाद में ज्यादा इजाफा हुआ है जिससे मलेरिया के फैलने की आशंका बढ़ जाती है, ऐसे में विभाग को मच्छरों को नष्ट करने व आवासीय क्षेत्रों में भरे पानी में मच्छर नहीं पैदा हो के लिए एन्टी लार्वा अभियान चलाना चाहिए । उन्होंने यह भी कहा कि अजमेर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जहां भी पी.एफ. का रोगी चिन्हित होता है उस घर और आस-पास के घरों में कीटनाशक दवाओं का स्प्रे कराना होगा ।
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.लक्ष्मण हरचंदानी से कहा कि वे विभाग के चिकित्सकर्मियों व एएनएम को पाबंद करें कि इन दिनों वे अपने क्षेत्र के नागरिकों व रोगियों के खून की अधिक से अधिक स्लाईड लें और उनकी तत्काल जांच कराकर मलेरिया के पाये जाने वाले रोगियों को समुचित चिकित्सा उपलब्ध करायें जिससे रोगी तत्काल ठीक हो सकें ।
डॉ. लक्षमण हरचंदानी ने बताया कि जिले के सभी चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पाबंद कर दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय पर रहकर मौसमी बीमारियों पर नजर रखें और रोगियों की तत्काल चिकित्सा करें । जिले के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए चल-चिकित्सा इकाईयां लगातार पहुंच रही है,दवाओं की कोई कमी नहीं है,104 नम्बर डायल करने
पर जननी एक्सप्रेस की सुविधा गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु चिकित्सालय तक लाने के लिए दी जा रही है ।
जिला कलक्टर ने अजमेर के परबतपुरा बाईपास पर टूटी पाईप लाईन को युद्घस्तर पर कार्य कराकर समय पर ठीक कराने के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की प्रशंसा की और अधीक्षण अभियंता को बधाई दी । उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल वितरण व्यवस्था पर पूरी निगरानी रखी जाये और पीने के पानी के नमूने भी लगातार लेकर जांच करायें । अधीक्षण अभियंता श्री सिंघल ने बताया कि कल 9 अक्टूबर से अजमेर शहर की पेयजल वितरण व्यवस्था पूर्व की भांति सामान्य हो जायेगी । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की जीव विज्ञानी श्रीमती हेमप्रभा सिंह ने बताया कि मलेरिया व मच्छरों की रोकथाम के लिए जिले में 300 स्थानों पर जहां पानी भर हुआ है, मछलियां छोड़ी गई है मलेरिया के पीएफ केस की जानकारी मिलते ही संबंधित घर व आस-पास के 50 घरों में एन्टी लार्वा स्प्रे किया जा रहा है ।
जिला कलक्टर ने गरीब लोगों की बस्तियों व निचली बस्तियों में लगातार स्प्रे कराने के निर्देश दिये । उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के सभी चिकित्सालयों में फटी पुरानी चद्दरों को बदलने के भी निर्देश दिये।
पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ. भगवान सहाय ने बताया कि जिले में आयोजित चिकित्सा शिविरों में पशुओं की चिकित्सा व टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है कहीं से भी पशुओं में बीमारी फैलने की सूचना नहीं है ।
सहायता शाखा की प्रभारी श्रीमती सुनीता डागा ने बताया कि आपदा प्रबंधन में जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत के लिए बजट का आवंटन मिल रहा है,नगर निकाय की संस्थाओं को राज्य सरकार से सीधे ही बजट उपलब्ध हो गया है, ग्रामीण क्षेत्रों में अतिवृष्टि से टूटे मकानों के लिए संबंधित व्यक्तियों को सहायता राशि का वितरण तहसीलदार के माध्यम से कर दिया गया है। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर मौहम्मद हनीफ, गजेन्द्र सिंह राठौड़ भी मौजूद थे ।

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