सुधासागर महाराज ससंघ का हुआ मंगल प्रवेश

भव्य जुलूस के साथ हुई अगवानी, चातुर्मास का किया आग्रह
DSC05888मदनगंज-किशनगढ़। आज सूर्य की पहली किरण के साथ ही किशनगढ़ धर्मनगरी में आचार्य शिरोमणि 108श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि पुंगव श्री 108श्री सुधासागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश 22 साल बाद हुआ। प्रात: नाइंटी डिग्री मार्बल से पूज्य श्री अपने संघ सहित आचार्य शान्तिसागर स्मारक पहुुंचे। जहां मुनिसंघ ने आचार्य शान्तिसागर महाराज के चरण छत्री के दर्शन किए। तत्पश्चात विहार करते हुए मार्ग में नवनिर्मित रतनलाल कंवरलाल पाटनी केन्द्रीय बस स्टेण्ड का आर.के. मार्बल के चेयरमेन अशोक पाटनी ने अवलोकन कराते हुए मुनिसंघ से आशिर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात मुनिसंघ मुरलीवाला टावर पहुंचा। जहां किशनगढ़ जैन समाज सहित बाहर से पधारे सैकड़ो पुरूष धवल वस्त्र और महिलाए केसरिया वस्त्र में मुनिसंघ की आगवानी के लिए पलक पावडे बिछाएं खड़े थे। मुनिसंघ का नगर प्रवेश भव्य जुलूस के साथ हुआ। जुलूस में ऊंट, हाथी, घोड़े, शहनाई वादक और बैंड साथ चल रहे थे। नगर में जगह जगह तोरण द्वार और कदम कदम पर मुनिसंघ का पाद प्रक्षालन किया। ससंघ मुनिसुव्रतनाथ मंदिर दर्शन करते हुए मुख्य मार्गो से होते हुए रविन्द्र रंगमच पहुंचा। यहां पहुंचकर जुलूस धर्मसभा में तब्दील हो गया। धर्मसभा में आर.के. मार्बल के चेयरमेन अशोक पाटनी मुनिसंघ से मार्बल नगर में चातुर्मास करने का निवेदन किया। जिसका समवेत स्वर में श्रावक श्राविकाओं ने हाथ उठाकर समर्थन जताया।

चातुर्मास समाज की तस्वीर और आत्मा की तकदीर बदल देता है
अपने प्रवचन में सुधासागर महाराज ने कहा कि किशनगढ़ नगरी विश्वसनीय नगरी है। यहां की धरा पवित्र धरा है। एक भटकी आत्मा को सच्चे गुरू आचार्य ज्ञानसागर महाराज मिले और उनकी शिक्षा से विद्याधर विद्यासागर बने। चातुर्मास करने के लिए मुनि श्री ने कहा कि चातुर्मास साधु का नहीं होता। चातुर्मास साधु के साथ श्रावक का भी होता है। चातुर्मास कराने से पहले श्रावक को भी निर्णय करना होगा कि हम चातुर्मास में साधु से कितना लाभ प्राप्त कर सकते है। चातुर्मास में साधू समाज की तस्वीर बदल देता है और आत्मा की तकदीर बदल देता है। साधू का चातुर्मास किसी के करवाने से नहीं होता नगर की पावन धरा पावन लोगों को स्वत: ही खिंच लेती है। आहार के विषय में मुनिश्री ने कहा कि आहार करवाने से श्रावक का परिवार व अन्न शुद्ध हो जाता है और वह धन्य हो जाता है। इस अवसर पर आर.के. परिवार के कंवरलाल पाटनी, महावीर पाटनी, अशोक पाटनी, सुरेश पाटनी, विनीत पाटनी, विधायक भागीरथ चौधरी, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, सभापति सीताराम साहू, मार्बल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश टाक, समाज के मूलचंद लुहाडिय़ा, निहालचंद पहाडिय़ा, आदिनाथ पंचायत के अध्यक्ष प्रकाश गंगवाल, मंत्री कैलाश पहाडिय़ा, मुनिसुव्रतनाथ पंचायत के उपाध्यक्ष पन्नालाल बडज़ात्या, मंत्री राजेन्द्र बैद, भागचंद बोहरा, महावीर गंगवाल, सम्पत दगड़ा, निरंजन बैद, सुशील अजमेरा, महेन्द्र पाटनी, अजय सोनी, माणकचंद गंगवाल, पारसमल पाण्ड्या, संजय पापडीवाल, पारसमल बाकलीवाल, अजित दोसी, विनोद चौधरी, जयकुमार बैद, विनोद पाटनी, राजेन्द्र चौधरी, सुभाष चौधरी, विकास छाबड़ा, मुकेश पाण्ड्या आदि मौजूद थे।

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