सरकार उलझी हुई है, मजदूरों की फिक्र नहीं-पुरोहित

अजमेर। ऑल इंडिया रेलवे मैन्स फेडरेशन के अध्यक्ष उमरावमल पुरोहित ने कहा कि केन्द्र सरकार अपनी ही उलझनों में उलझी है। देश के आम मजदूर की हालत सुधारने की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा। श्रमिकों की सुरक्षा के बारे में गम्भीर नहीं है। श्रम कानूनों का क्रियान्वयन नहीं हो रहा केन्द्रीय श्रम मंत्री भी इसे मानते हैं। श्रमिकों में असंतोष के चलते हिंसात्मक कदम उठाय जा रहे हैं, तो इसके पीछे भी श्रम कानूनों का उल्लंघन प्रमुख कारण है। पुरोहित बुधवार को मीडिया से मुखातिब हुए और नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉईज यूनियन के द्वारा रेल कर्मचारीयों के हित में किये जा रहे कामों को गिनाया।
उन्होंने बताया कि 1935 में जब जयप्रकाश फेडरेशन के अध्यक्ष थे, तब फेडरेशन ओर रेल प्रबन्धन के बीच समझोता हुआ था कि रेलवे में छटनी नहीं होगी। यही कारण है कि अभी तक रेलवे में कोई छटनी नहीं हुई है। पुरोहित ने रेलवे की गिरती आर्थिक स्थिति का जिम्मेदार जल्दी-जल्दी बदले जा रहे रेल मंत्रियों को ठहराया। यूनियन के महासचिव उमेशचन्द्र त्यागी ने कहा कि उत्तर पश्चिम रेलवे के मंडल ओर कारखानों में प्रशासनिक रवैया ठीक नहीं है। ड्यूटी रोस्टर मनमाने ढंग से जारी हो रहे हैं। वर्क स्टडी के नाम पर पद सरैंडर किये जा रहे हैं। कारखानों में रिक्तियां नहीं भरी जा रही डीजल कारखाना स्टाफ  को इन्सेन्टिव भुगतान और जेई चयन में ग्रेड वन ओर अनुकम्पा के आधार पर भर्ती के मुद्दे रेलवे बोर्ड ने अटका रखे हैं। इन्हीं सब मांगों और समस्याओं पर तीन दिवसीय वार्षिक अधिवेशन के दौरान चर्चा होगी। गुरूवार को रेलवे बिसिट में महिला कॉन्फ्रेंस दोपहर ढ़ाई बजे से रेलवे स्टेशन से रैली, साढ़े चार बजे से खुला अधिवेशन जीएलओ खेल मैदान में और 12-13 अक्टूबर को जवाहर रंगमंच पर प्रतिनिधि सत्र होगा, जिसमें महासचिव अपनी रिपोर्ट और वार्षिक लेखा जोखा प्रस्तुत करेंगे। 13 अक्टूबर को केन्द्रीय पदाधिकारियों का चुनाव होगा।
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