जीवन में धन को नही कत्र्तव्य को महत्व दो

IMG-20170813-WA0046मदनगंज-किशनगढ़। मुनि सुधासागर महाराज ने रविवार को आर.के. कम्यूनिटी सेंटर में धर्मोपदेश देते हुए कहा कि संसार में अपराध का पता दुश्मन को चले तो विनाश और सज्जन को पता चले तो उद्धार होगा। दुश्मन व स्वार्थी व्यक्ति से डरना चाहिए। अपने अपराध सबसे छुपाना परन्तु मां-बाप से नही। क्योकि माता पिता संबंध बिगाडते नही सुधारते है। दुनिया की दृष्टि में एक बार गिर जाता है वह लाख कोशिक करने के बाद भी अच्छा नही बनता। मुनिश्री ने कहा कि मरना पडे तो मर जाओं लेकिन दुनिया में बदनाम नही होना। मां बाप से पाप छुपाना महापाप है। महान आत्माओं की सभी क्रियाए शिक्षा देती है। संसार में माता-पिता के अलावा सभी संबंध टूट जाते है। गुरू दर्पण समान होते है जो सदैव सत्य बताते है। मुनिश्री ने कहा कि गुरू के सान्निध्य में इसलिए जाते है क्योकि गुरू सदैव जीवन को सफल बनाने की बात करते है। जीवन में धन को नहीं कत्र्तव्य को महत्व देना चाहिए। मां बेटे का पेट भरने के लिए भोजन नही देती विकास के लिए देती है इसी प्रकार श्रावक साधु को आहार साधना, तपस्या करने के लिए देते है। गुरू के पास आशीर्वाद लेने, प्रशंसा, पूजा पाठ करने के लिए नहीं अपने अपराधो का पश्चाताप करने के लिए जाना चाहिए। गुरू को चाहने वाले का उद्धार और गुरू से मांगने वाले का विनाश होता है। मुनि सदैव जिनेन्द्र देव की वाणी बोलते है तथा चलते फिरते तीर्थ है। जिसे अपने अपराध बताने में डर नही लगे वहीं सच्चे गुरू है। सच्चा गुरू शिष्य के दोष किसी दूसरे को नहीं बताता। गुरू वही है जो शिष्य को पावन करने के लिए अपने हाथ भी गंदे कर लेता है क्योकि जीवन को सफ ल, सार्थक सच्चा गुरू ही कर सकता है।
श्री दिगम्बर जैन प्रभावना समिति के मीडिया प्रभारी विकास छाबड़ा व संजय जैन ने बताया कि प्रात: शांतिधारा, दीप प्रज्जवलन, शास्त्र भेंट, पाद प्रक्षालन का सौभाग्य विमलादेवी, मुकेश कुमार, नरेशकुमार, संजय कुमार झांझरी के साथ मालावत, विरेन्द्र कुमार, शांति लाल जैन बासंवाडा, निर्मल कुमार, महेन्द्रए विनीत जैन जयपुर सुमतकुमार वर्धमान जैन कुसुमदेवी सुनिल कुमार छाबडा जयपुर को मिला। श्री आदिनाथ मंदिर निर्माण में मदनलाल, कमलकुमार, पंकजकुमार सेठी ने सहयोग देने की घोषणा की।
दोपहर में सामयिक, जिन सहस्त्र नाम स्त्रोत पाठ, तत्वार्थ श्लोक वार्तिक एवं पद्मनन्दि पंचविशंतिका, तत्वार्थ सूत्र तथा सायं जिज्ञासा समाधान के पश्चात बच्चों की पाठशाला में धार्मिक ज्ञान दिया जा रहा है। आरती के पश्चात प्रवचन हो रहे है। कार्यक्रम में अनेक श्रद्धालु भाग ले रहे है।
परीक्षा
झुलाक धैर्य सागर जी महाराज के निर्देशन में सांय जीवन मे अनुशासन का महत्व विषय पर हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिमसें करीब 100 से अधिक बच्चो ने भाग लिया।

चातुर्मास पत्रिका का विमोचन

मुनि सुधासागरए मुनि महासागर, मुनि निष्कंप सागर, क्षुल्लक गंभीर सागर, क्षुल्लक धैर्यसागर महाराज के चातुर्मास पत्रिका का विमोचन श्री दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के तत्वावधान में किया गया।

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