वसुंधरा राजे पर चुनावी फायदे के लिए जातिगत राजनीति करने का आरोप

विजय जैन
विजय जैन
अजमेर 6 अक्टूबर। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर चुनावी फायदे के लिए जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री जातिय आधार पर लोगों से मुलाकात कर रही हैं यह राज्य की सामाजिक समरस्ता के लिये खतरनाक है इससे राजस्थान मे सामाजिक बटवारा होगा। सरकार सामाजिक विकास की बात करे लोगों को बांटने की नहीं।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने एक ब्यान में कहा कि श्रीमति राजे उप चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक फायदे के लिए जातिगत रंग दे रही है। कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री राजे ने जिस तरह गुरूवार को किषनगढ़ में और शनिवार जातिय आधार पर लोगों से मुलाकात कर रहीं है वह भाजपा का समाजो को बिरादरियों और जातियों में बांटने की योजना का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए तैयारियां जयपुर से ही शुरू कर दी थी जब उन्होने जातिय आधार पर मंत्रियों की बैठकें आयोजित की जाति के आधार मंत्रियों के साथ बैठकें करने के पीछे उनका मकसद राजनैतिक रूप से महत्वपूर्ण जातियों भाजपा के वोट बैंक का आकलन करना है इस कवायद के अलावा भी कई स्तरों पर फीडबैक लिया जा रहा है।
जाति की जाजम पर भाजपा और मुख्यमंत्री द्वारा लगाऐ गऐ जनता के इस मजमे पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन नें जाति के आधार पर एक मुख्यमंत्री द्वारा जनता की बैठकें लेना संविधान व लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ बताया है इससे प्रदेश एवं जिले का राजनैतिक और प्रशासनिक ढांचा जातीय आधार पर बंटेगा, जिसके दूरगामी दुष्परिणाम होंगे। भारी बहुमत से सत्ता में आई राज्य की भाजपा सरकार नाकारा और निकम्मी है इस सरकार से लोगों को जो आशाएं व अपेक्षाएं थी, उन पर पानी फिर गया है प्रदेशवासी आज बहुत परेशान और आक्रोशित हैं इसलिए उप चुनाव की हार से बचने के लिए जाति का कार्ड खेलने की कोशिश की जा रही है। उन्होने कहा कि भाजपा जैसे राजनीतिक दल चुनाव जीतने के लिए जाति, धर्म, भाषा और समुदाय के नाम पर धु्रविकरण करतें हैं और सरकार की मुखिया ऐसा कर किसी न किसी रूप में समाज को बांटने का ही काम ही कर रही हैं। उनकी जातिवादी राजनीति से न केवल जातियों के धु्रवीकरण को बढ़ावा मिलता है बल्कि कई बार तनाव व हिंसा का माहौल भी निर्मित होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महंगाई, पेट्रोल-डीजल के दाम, जीएसटी, दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले पर सरकार खामोष है और इस तरह के मुद्दों पर सियासत की जा रही जो साफ तौर पर जाहिर करती है कि लोकसभा उप चुनाव की तैयारियों में मुख्यमंत्री जातिय राजनीति के हवाले से अपनी चुनावी बिछात बिछाना चाहती है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य के विकास, युवाओं को रोजगार हाथ से निकल चुकी कानून व्यवस्था, लचर चिकित्सा व्यवस्था पर अधिकारियों को निर्देष देना चाहिये ना कि धर्म एवं जातिय आधारित राजनीति करनी चाहिये। महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी होती जा रही है और मुख्यमंत्री जी ने चुप्पी साध रखी है। महिला सुरक्षा आज एक चिंता का विषय है।

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