सिन्धी भाषा से विद्यार्थियों को जोडने के प्रयास जारी – वाधवाणी

सिन्धी भाषा मान्यता के स्वर्णजयंती वर्ष पर आयोजित संगोष्ठी
sss ph 2अजमेर – 11 नवम्बर 2017- सिन्धी भाषा से विद्यार्थियों को जोडने के प्रयास हेतु ज्ञान परीक्षायें व भाषा रथयात्राओं का राज्यभर में आयोजन किया जायेगा। ऐसे विचार सिन्धी षिक्षा समिति की ओर से सिन्धी भाषा की मान्यता के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष में राजस्थान सिन्धी अकादमी के सहयोग से संत कवंरराम उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता राजस्थान सिन्धी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष व भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेष संगठन महामंत्री मोहनलाल वाधवाणी ने प्रकट किये। उन्होने राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के सहयोग से प्रकाषित होने वाली ज्ञान पुस्तक पर जानकारी देते हुये कहा कि विद्यार्थियों व युवाओं को भाषा व सभ्यता संस्कृति से जोडने का कार्य किया जा रहा है जिसमें संतो महात्माओं के आर्षीवाद के साथ पूज्य सिन्धी पंचायतों व सामाजिक संगठनों का सहयोग मिल रहा है। संगोष्ठी में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के सह-प्राचार्य डॉ. हॉसो दादलाणी ने वक्ता के रूप में विचार प्रकट करते हुये कहा कि अजमेर में प्राईमरी से स्नातकोतर तक सिन्धी विषय की पढाई करवाई जा रहा है और सिन्धु षोध पीठ के माध्यम से विद्यार्थियों को अधिक ज्ञान मिल रहा है। ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को ज्ञान मिलता है।
ईष्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वामी स्वरूपदास, गौतम सांई, स्वामी षांतानंद उदासीन आश्रम, पुष्करराज के महंत हनुमानराम जी ने आर्षीवचन देते हुये षिक्षा के साथ सनातन संस्कार जोडने से जीवन में सदैव सफलता मिलती है।
भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि सिन्धी भाषा के ज्ञान हेतु जनजागरण रथयात्रायें आगामी 23 दिसम्बर से तीर्थराज पुष्कर से सात संभागों में नौ दिवसीय आयोजित की जा रही है जिनका समापन 31 दिसम्बर को जयपुर में किया जायेगा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी व संभाग प्रभारी नरेन्द्र बसराणी ने कहा कि दूरदर्षन पर सिन्धी चैनल षुरू करने के साथ भारत सरकार से मांग की कि मा. प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों को सिन्धी भाषा में प्रसारित करवाना चाहिये।
कर्यक्रम का षुभारंभ भारत माता, मां सरस्वती, ईष्टदेव झूलेलाल, भगत कंवरराम के चित्रों पर माल्यर्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। स्वागत भाषण सचिव वासुदेव कृपलाणी व आभार विद्यालय प्राचार्या श्रीमति सरस्वती मूरजाणी ने प्रकट किया। मंच का संचालन संयोजक महेष टेकचंदाणी ने किया। विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सिन्धी गीत व अंत में सामूहिक राष्ट्रगान से समापन हुआ।
जयपुर से पधारे डॉ. कैलाष षिवलाणी ने बताया कि सभा की ओर से राज्य में तैयारी बैठकों का आयोजन नवम्बर व दिसम्बर माह में किया जा रहा है जिसमें कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा पर चर्चा की जा रही है।
संगोष्ठी में सिन्धु सभा अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी, संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी, प्राचार्या दीदी महेष्वरी गोस्वामी, सुधार सभा के अध्यक्ष ईष्वर ठाराणी, तुलसी सोनी, सिन्धु समिति अध्यक्ष जयकिषन लख्याणी, हरकिषन टेकचंदाणी, वैषाली सिन्धी सेवा समिति अध्यक्ष जी.डी.वृंदाणी, प्रकाष जेठरा, षंकर टिलवाणी, के.जे. ज्ञानी, किषन केवलाणी, उतम गुरबक्षाणी, रूकमणी वतवाणी, रमेष वलीरामाणी, खियल मंगलाणी, कैलाष लखवाणी, प्रकाष मूलचंदाणी सहित षिक्षाविद्ों के साथ सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों उपस्थित थे।

(वासुदेव कृपलाणी)
मो.9413691477

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