मोक्ष प्राप्त करना इन्सान के हाथ में है

शुक्रवार को देहली गेट से वैशाली नगर तक भव्य शोभा यात्रा का आयोजन
_MG_0509अजमेर 30 नवम्बर, नवनिर्मित श्री प्रेम प्रकाश आश्रम, वैशाली नगर में चल रहे उद््घाटन महोत्सव एवं स्वामी बसंतराम के पुण्यतिथि महोत्सव के दूसरे दिन का आरम्भ स्थापित देव प्रतिमाओं के पूजन के साथ हुआ। उपस्थित विद्वान पण्डित जनों ने वैदिक रीति अनुसार हवन, कुटी कर्म, नेत्रोन्मिलन, कलशाभिषेक, जलाधिवास आदि सम्पन्न करवाये। पण्डितजनों का नेतृत्व विद्वान पण्डित कृष्ण कुमार व्यास जी कुशलतापूर्वक कर रहे थे। इन सभी प्रक्रियाओं पश्चात् आरती व पुष्पांजली यज्ञ देवता को अर्पित की गई। इसके साथ ही प्रातःकालीन सत्र में श्रीमद् भगवद् गीता व श्री प्रेम प्रकाश ग्रन्थ के पाठों का प्रारम्भ हुआ। सत्संग सभा में प्रेम प्रकाश मण्डलाध्यक्ष स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज ने अपने प्रवचनों में बताया कि इस संसार रूपि सागर के दो तट हैं, एक तट पर मोक्ष है तो दूसरे तट पर है बन्धन। अब यह इस जीवात्मा पर निर्भर करता है कि उसको किस ओर जाना है, उसको क्या चाहिये?
आजकल संसार में इंसान नश्वर चीजों की ओर ही आकृर्षित होता रहता है, अधिक धन सम्पत्ति हो, मान-सम्मान बढ़े । यह सभी चीजें हमेशा एक जैसी नहीं रहती, ये सभी नश्वर हैं। नाम स्मरण की ओर इस जीव का ध्यान ही नहीं जाता। अपने बाहरी शरीर को ही सजाने संवारने में लगा रहता है। जबकि यह शरीर हमेशा एक जैसा नहीं रहता है, वो प्रतिपल बदलता रहता है। अगर हम सच्चे संतों की शरण में जायेंगें तो वो अपने ज्ञान रूपि प्रकाश से इस संसार सागर से पार पहुंचायेंगें।
सायं कालीन सत्संग सभा मंे कई संतों महात्माओं एवं प्रेम प्रकाश मण्डलाध्यक्ष स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज के प्रवचन हुए। स्वामी भगत प्रकाश जी ने अपने प्रवचन में बताया कि कई लोगों की शिकायत होती है कि उनका नाम स्मरण में मन नहीं लगता । वो अपने पूरे प्रयत्न के पश्चात् भी एक जगह बहुत देर तक टिक कर नहीं बैठ सकते। मन अपने वश में नहीं रहता, परन्तु अगर हम सतत् प्रयास करना जारी रखेंगें तो हम अपने लक्ष्य तक पहुँचेंगें । मन की शांति को प्राप्त कर लेंगें।
स्वामी ब्रह्मानन्द शास्त्री ने अपने प्रवचन में मोक्षदा एकादशी के महात्मय के बारे में बताया कि इस एकादशी से मोक्ष की प्राप्ति होती है अर्थात इस संसार के आवागमन से छुटकारा मिलता है। इस एकादशी द्वारा इस जीव के जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश हो जाता है। इसी दिन श्री कृष्ण भगवान ने कुरूक्षेत्र में अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था।
कल के कार्यक्रम के बारे में बताते हुए संत ओम प्रकाश ने बताया कि प्रातः 8.30 बजे से हवन -पूजन होगा। साथ ही संतों महात्माओं के सत्संग प्रवचन होंगें। सायं 4 बजे देहली गेट स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम में पूज्य लाल साहब की ज्योत प्रज्जवलित की जायेगी। सायं 5 बजे देहली गेट से एक विशाल शोभा यात्रा निकाली जायेगी जो कि गंज, महावीर सर्किल, बजरंग गढ़ चौराहा, चौपाटी, गौरव पथ, झूलेलाल मन्दिर, वैशाली नगर से होकर नवनिर्मित प्रेम प्रकाश आश्रम, वैशाली नगर में समाप्त होगी।

आनन्द टिलवानी
मो. 9414281730

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