मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना का आकस्मिक निरीक्षण

अजमेर । अजमेर जिले में दो अक्टूबर से चल रही मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना का आज आकस्मिक निरीक्षण किया गया। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के प्रबन्धक निदेशक डॉ. समित शर्मा सहित तीन और अन्य दलों ने जिले के विभिन्न ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के राजकीय चिकित्सालयों में चल रही इस योजना का इन दलों ने आकस्मिक निरीक्षण किया। डॉ. समित शर्मा ने राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय किशनगढ़ एवं जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालयों में चल रही मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के काउन्टर को देखा तथा दवा लेने वाले रोगियों एवं उनके रिश्तेदारों से बातचीत की । काउन्टर पर मिल रही दवाईयों को भी देखा। उन्होंने चिकित्सकों से बातचीत की और आ रही समस्याओं के बारे में पूछा।

कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ करते हुए जिला कलक्टर वैभव गालरिया।

कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सक एवं जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्ध नागरिक।

राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक के नेतृत्व में गये दूसरे दल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भिनाय, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बांदनवाड़ा, टांटोटी तथा उप स्वास्थ्य केन्द्र किराप का निरीक्षण किया। निरीक्षण में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बांदनवाड़ा टांटोटी के चिकित्सा अधिकारी अनुपस्थित पाये गये। भिनाय और बांदनवाड़ा, टांटोटी पर आने वाले मरीजों को कम्प्यूटराईज पर्ची जारी करना पाया गया दवाईयां पर्याप्त थी। मरीजों ने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना पर मिलने वाली दवाओं के प्रति संतोष व्यक्त किया। उपस्वास्थ्य केन्द्र किराप पर 15-16 दवाईयां ही पायी गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशेषाधिकारी श्री अजय आसवाल के नेतृत्व में तीसरे दल ने केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र पुष्कर व पीसांगन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गोविन्दगढ़, सराधना, जेठाना व उपस्वास्थ्य केन्द्र किशनपुरा तथा नांद का आकस्मिक निरीक्षण किया। उप स्वास्थ्य केन्द्र किशनपुरा बंद मिला केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र पुष्कर में 5 में से एक ही चिकित्सक उपस्थित थे। यहां कुछ दवा पर्चियों पर रोगियों की प्राप्ति हस्ताक्षर नही थे।  दवाईयों की सूची आदि नियंत्राण कक्ष नम्बर दीवार पर प्रदर्शित नही थे। यहां कुछ दवा पर्चियों पर बीमारी का उल्लेख भी नही था।  गोविन्दगढ़ में दवा स्टोर में दवाईयां अव्यवस्थित पायी गई, रजिस्टर का संधारण भी उपयुक्त नही था। चिकित्सा प्रभारियों को दवाओं की सूची लगाने संधारण ठीक करने नियंत्राण कक्ष के नम्बर आदि लिखने के निर्देश दिये तथा चिकित्सकों व फार्मिस्टों को कारण बताओं नोटिस भी जारी किये जा रहे है। सभी स्थानों पर दवाईयां उपलब्ध थी। इस दल में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के वितरण प्रबन्धक श्री प्रेमसिंह व विकास चौधरी भी थे।  कॉरपोरेशन के ही कार्यकारी निदेशक के नेतृत्व में चौथे दल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रीनगर, तिहारी, रामसर व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंराई का निरीक्षण किया श्रीनगर में दवाईयां स्टोर में सही तरीके से थी। स्टॉक रजिस्टर में भी इन्द्राज सही मिला। दवा वितरण करने वालों को ज्यादा ज्ञान नही था। तिहारी स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाओं की सूची नही लगी हुई थी। अगस्त माह से ही स्टॉक रजिस्टर का संधारण नही था। रामसर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाईयां स्टॉक रजिस्टर के अनुसार कम पायी गई। इसी प्रकार अंराई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाईयां कम पायी गई और स्टोर में अनियमितता पायी गई। एक अलमारी के ऊपर दवा से भरा पैकिट मिला जिसे चुपचाप ले जाने की तैयारी थी।

 

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