सचिन पायलेट के दौरे से काग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश

IMG-20171227-WA0420सरवाड़-अजमेर [इक़बाल खान]राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने तीन दिवसीय अजमेर दौरा शुरू कर दिया है। पायलट 25 दिसम्बर को नसीराबाद, 26 दिसम्बर को मसूदा और 27 दिसम्बर को केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर प्रचार किया।सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि पायलट तीन रातें भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिता रहे है और रात्रि भोजन किसी गरीब के घर कर गरीबो के दिल में जगह बना रहे है।और साथ ही रात के समय भी ग्रामीणों से संवाद करेंगे।सचिन पायलट के दौरे को लेकर आज केकड़ी विधानसभा ग्रामीणों के साथ-साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी पूरा जोश दिखा। पूर्व सचेतक डॉ रघु शर्मा के नेतृत्व में पार्षद अतीक तंवर, रईस जारोली पार्षद, पार्षद जावेद अंसारी, पार्षद सद्दाम टाक, पार्षद फिरोज हलसोरी, अलमुद्दीन पठान, इमरान तंवर, ओ कॉलेज अध्यक्ष ,सुनीता सोनी ,ओमा मालाकार,राजेश सोनी,सरिता लोहार, ने सचिन पायलट का माला व साफा पहना कर भव्य स्वागत किया। भीड़ को देखकर सचिन पायलट का दिल बाग बाग हो गया और अपने भाषण के दौरान सचिन पायलट ने भाजपा को निकम्मी सरकार बताते हुए जमकर बरसे। किसानों किसानों के ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस दौरे ने आज कांग्रेसियो की काया पलट कर रख दी।एक बार फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओ में जान फुक दी।ग्रामीण पायलट का व्यवहार देख कर काफी प्रभावित हुयी है।वोट बैंक बहुत ज्यादा मजबूत हुआ है।अगर ऐसे में पी. सी.सी.अध्यक्ष पायलट अजमेर लोकसभा का उपचुनाव लड़ते है तो उनकी दो लाख वोटो से जीत पक्की होती है। इस तिन दिवसीय दौरे से अजमेर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत निश्चित है। लेकिन यदि पायलट स्वयं अजमेर उपचुनाव में उम्मीदवार होते हैं तो कार्यकर्ताओं में नया जोश आएगा। अजमेर जिले के कार्यकर्ता यही चाहते हैं कि पायलट ही उम्मीदवार हों। हालांकि उम्मीदवार का फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा।
पायलट के तीन दिवसीय दौरे के बाद एक बार फिर यह सवाल उठता है कि क्या पायलट अजमेर से उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। पायलट अजमेर से वर्ष 2009 और 2014 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। वर्ष 2009 में जीतने के बाद पायलट यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी बने। ऐसी स्थिति में अजमेर पायलट का निर्वाचन क्षेत्र है। जानकारों का मानना है कि पायलट अपनी जीत की संभावनाओं को तलाशने के लिए ही लगातार अजमेर के दौरे कर रहे हैं। पिछले सप्ताह ही पायलट ने रूपनगढ़, किशनगढ़ आदि क्षेत्रों का दौरा किया। इससे पहले पायलट ने अजमेर शहर में एक बड़ा कार्यक्रम कर चुके हैं। यानि पिछले एक पखवाड़े से पायलट अजमेर में सक्रिय हैं। हालांकि भाजपा की ओर से सीएम वसुंधरा राजे ने विधानसभावार जनसंवाद किया है। लेकिन अब इसका जवाब सचिन गांवों में रात्रि विश्राम कर दे रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को लगता है कि यदि पायलट उम्मीदवार होंगे तो जीत पक्की है। लेकिन पायलट अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं कर पाए हैं। सचिन पायलट का अभी भी यह कहना है कि उम्मीदवारी का फैसला हाईकमान करेगा। जबकि सब जानते हैं कि कांग्रेस में राजस्थान का हाईकमान का मतलब सचिन पायलट भी है। ऐसे में पायलट चाहेंगे तो उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं। पायलट को दस माह बाद होने वाले विधानसभा के चुनाव में भी कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।क्यों की राजस्थान की जनता राजस्थान की बाग डोर एक युवा नेता को देना चाहती है। सचिन राजस्थान के सबसे लोकप्रिय नेता है। यदि किन्हीं कारणों से पायलट लोकसभा का उपचुनाव हार जाते हैं तो फिर विधानसभा चुनाव में उनकी दावेदारी कमजोर होगी। ऐसे में पायलट कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। लेकिन यदि पायलट उपचुनाव जीत गए तो यह राजनीति में पायलट का कद ओर बढ़ जायेगा।
पायलट का स्वागत टाटोटी,
खिरीया,गोयला,फतेहगढ,रामपाली, सरवाड़,केकड़ी, जुनिया, गुलगांव, कादेड़ा,सावर,पहुंचने पर सचिन पायलट,देहात जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़,जिला युवा अध्यक्ष राकेश शर्मा,पूर्व सचेतक रघुशर्मा, भृह्मदेव कुमावत, पूर्व मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, कयूम खान, आदि ने जोरदार स्वागत किया।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक राकेश पारीक के निवास स्थान पर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की। सेवादल के मुख्य संगठक राकेश पारीक के बुजुर्ग पिता से आशीर्वाद प्राप्त किया। सचिन पायलट ने बुजुर्गों को के आशीर्वाद को ही उनका जीत का श्रेय मानते है। बुजुर्गों की इज्जत करना है पहला कर्तव्य बताया।

इक़बाल खान
सरवाड़-अजमेर
9610747473

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