विकास कार्यों में जन सहभागिता बढ़ाने पर ही योजना साकार होगी

अजमेर, 13 अप्रैल। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि हमारा अजमेर अच्छा अजमेर की सोच के साथ विकास कार्यों में जन सहभागिता बढ़ाए जाने पर ही योजना साकार रूप लेगी। उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत अन्य शहरों में हो रहे अच्छे कार्यों को अजमेर में भी जोड़ने की आवश्यकता बतायी।

शिक्षा राज्यमंत्री शुक्रवार को होटल ग्रांड जिनिया में स्वायत शासन विभाग, अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं ईलेट्स टेक्नोमीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित 29वीं स्मार्ट सिटी कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र का विकास एवं जनता को मूलभूत सुविधाएं वहां की भौगोलिक स्थिति के अनुसार उपलब्ध होती है। उन परिस्थितियों के अनुसार ही विकास कार्यों को लिया जाता है। अजमेर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से शहर का स्वरूप बदलने लगा है। आनासागर के चारों ओर शीघ्र ही पाथवे बन जाएगा। वहीं रामप्रसाद घाट के निकट कैफेट एरिया भी प्रारम्भ होगा। जिससे यहां पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। इसी प्रकार सुभाष उद्यान में जोगिंग, ट्रेकिंग एवं साईकलिंग ट्रेक, योग उद्यान जैसी सुविधाएं भी मिलेगी।

उन्होंने बताया कि अजमेर में विद्युत व्यवस्था गुणवत्ता पूर्ण बनाए रखने के लिए 12 जीएसएस बनाए जाएंगे। जिनमें से 8 जीएसएस पर कार्य प्रारम्भ हो गया है। जलापूर्ति भी 24 घण्टे में किए जाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। राजकीय संग्रहालय को भी अच्छा बनाया गया है। उन्होंने कहा है कि स्मार्ट सिटी के साथ यहां का युवा भी स्मार्ट बने, उसे अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए स्मार्ट क्लासेज पर 20 करोड़ रूपए व्यय होगा। जिसके कार्यादेश शीघ्र जारी होंगे। इससे यहां के स्कूल एवं कॉलेज स्मार्ट बनेंगे तथा हर बालक को स्मार्ट शिक्षा मिलेगी। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा के पूर्ण उपयोग के लिए भी विद्यालयों में भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

कार्यशाला में अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में 100 से अधिक जिलों का चयन किया है। उन्हें स्मार्ट सिटी के रूप में बनाया जा रहा है। भौगोलिक स्थिति अलग-अलग होने से प्रत्येक स्मार्ट सिटी भी पृथक-पृथक है। स्मार्ट सिटी में लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिले तथा वहां के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा हो। इसके प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन विभिन्न स्त्रोतों से मिल सकता है लेकिन उसका पूर्ण सदुपयोग कार्यों में अधिकारियों एवं जन सहभागिता से ही हो सकेगा। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप स्मारक, श्मशान स्थलों का विकास, सड़काें एवं नालियों का निर्माण करने के साथ ही यहां स्पोर्टस हब, दयानन्द सरस्वती का स्मारक का कार्य शीघ्र होगा। वहीं एलिवेटेड रोड के लिए भी कार्यादेश दिया जा चुका है। उन्होंने नगर निगम से आनासागर में मिलने वाले नालाें को सही करने की जरूरत बतायी।

कार्यशाला में सांसद श्री रघु शर्मा ने कहा कि आगामी 20 वर्षों की संभावनाओं को देखते हुए यहां विकास कार्य किए जाने चाहिए। कराए जाने वाले कार्यों की जानकारी आमजन को रहे। यह जरूरी है। उन्होंने पर्याप्त जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति, परिवहन एवं गतिशीलता, गरीबों के लिए किफायती आवास, पर्यावरण संतुलन, स्वास्थ एवं शिक्षा तथा सिवरेज के कार्यों को कराए जाने की आवश्यकता बतायी।

इस मौके पर नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने अजमेर के सांस्कृतिक, पौराणिक, धार्मिक एवं ऎतिहासिक पृष्ठभूमि को बताते हुए कहा कि यहां स्मार्ट सिटी के तहत टीम वर्क के रूप में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न पार्कों का विकास, घर-घर कचरा संग्रहण एवं घरों में शौचालय बनाने का कार्य सफल रहा है।

कार्यशाला में कर्नाटक सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी विकास श्री महेन्द्र कुमार जैन, अमेरिका के व्यापार और विकास एजेंसी की मेहनाज अंसारी, मलेशिया के मौहम्मद अफजर बीन अब्दुल्ला ने भी अपने-अपने क्षेत्र में स्मार्ट सिटी के तहत हुए विकास की जानकारी दी। इस मौके पर अतिथियों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों को दर्शाती पुस्तिका ‘‘ई-जीओवी’’ का विमोचन भी किया। वहीं विभिन्न स्थानों से आए प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया।

प्रारम्भ में अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री हिमांशु गुप्ता ने सभी का स्वागत किया। कार्यशाला में जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल, नगर निगम के उपमहापौर श्री संपत सांखला, नगर निगम के उपायुक्त श्री गजेन्द्र सिंह रलावता एवं ज्योति ककवानी, एडीए के सचिव श्री हेमन्त माथुर सहित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के देश भर से 20 शहरों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

error: Content is protected !!