काउंसलिंग की अंतिम तिथि 8 तक बढ़ाई

बी.एड. 2018 एवं 4 वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी.ए.बी.एड./बी.एससी. बी.एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु काउंसलिंग की अंतिम तिथि दिनांक 08 जुलाई 2018 तक बढ़ाई

पीटीईटी समन्वयक प्रो. बी.पी. सारस्वत ने बताया है कि पीटीईटी 2018 एवं 4 वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी.ए. बी.एड./ बी.एससी. बी.एड. प्रवेश परीक्षा पश्चात् द्वी वर्षीय बी.एड. पाठ्यक्रम एवं 4 वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी.ए.बी.एड./ बी.एससी. बी.एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु ऑनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया दिनांक 20 जून 2018 से प्रारंभ हो चुकी है।
आज दिनांक 05.07.2018 को रजिस्ट्रेशन करवाने की अंतिम तिथि थी। अंतिम तिथि तक दोनों पाठ्यक्रमों हेतु कुल 175000 अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करवा चुके हैं।
कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा लगभग 230 महाविद्यालयों को और अनापत्ती दिये जाने के कारण उन महाविद्यालयों को भी प्रथम काउंसलिंग में सम्मिलित किया जा रहा है।

अभ्यर्थी महाविद्यालयों के विकल्प परिवर्तित कर सकेंगे। पूर्व में दिये गये विकल्पों को परिवर्तित करने का अवसर
नवीन महाविद्यालय सम्मिलित किये जाने के कारण ऐसे अभ्यर्थी जो पूर्व के महाविद्यालयों के आधार पर महाविद्यालय विकल्प भर कर लॉक कर चुके थे ऐसे अभ्यर्थियों के ऑप्शन फॉर्म के लॉक हटाकर उन्हें नवीन महाविद्यालयों में से महाविद्यालय विकल्प भरने का अवसर दिया जा रहा है।
अभ्यर्थी ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करवाकर दिनांक 07 जुलाई 2018 तक अपना रजिस्ट्रेशन शुल्क 5000/- आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में नकद अथवा ऑनलाईन पेमेन्ट गेटवे द्वारा नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड एवं क्रेडिट कार्ड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करवा सकेंगे। रजिस्टर्ड अभ्यर्थी दिनांक 08 जुलाई 2018 तक अपने महाविद्यालयों के विकल्प ऑनलाईन दे सकेंगे।
द्वि वर्षीय बी.एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु वे सभी अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन करवाकर ऑनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं जो अभ्यर्थी इस वर्ष पीटीईटी परीक्षा में सम्मिलित हुए हैं।
प्रथम काउंसलिंग पश्चात् महाविद्यालय आवंटन की सूचना दिनांक 10 जुलाई 2018 को दी जाएगी। तथा जिन अभ्यर्थियों को महाविद्यालय आवंटित किये जाएंगे उन अभ्यर्थियों को 10जुलाई 2018 से 13 जुलाई 2018 तक शेष प्रवेश शुल्क जमा करवाना होगा तथा प्रवेश शुल्क जमा करवाने के पश्चात् वे अभ्यर्थी दिनांक 10 जुलाई 2018 से 14 जुलाई 2018 तक महाविद्यालयों में अपनी रिपोर्टिंग करवा सकेंगे।
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि उनके द्वारा महाविद्यालयों के अधिक से अधिक विकल्प भरे जायें ताकि उनके द्वारा प्राप्त प्राप्तांकों के आधार पर महाविद्यालय का आवंटन हो सके। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थियों द्वारा जिलों के विकल्प आवश्यक रूप से भरे जायें ताकि महाविद्यालयों के विकल्पों के आधार पर महाविद्यालय आवंटन नहीं होने की स्थिति में उनको इच्छित जिले में महाविद्यालय आवंटित किया जा सके।
अभ्यर्थी इस बात का भी विशेष ध्यान रखे कि महाविद्यालय के अधिक से अधिक विकल्प व जिला विकल्पों के अतिरिक्त कम प्राप्तांक वाले अभ्यर्थियों को एनिवेयर इन राजस्थान के विकल्प का भी चयन करें। ताकि उनको उनके वर्ग, उपवर्ग, श्रेणी व प्राप्तांकों के आधार पर राजस्थान के किसी भी महाविद्यालय का आवंटन किया जा सके।

प्रो. बी.पी. सारस्वत
समन्वयक

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