5 रूपये किलो बिकता है गारनेट,आखिर प्रशासन क्यों है लाचार
केकड़ी_अजमेर
केकड़ी क्षेत्र से गुजर रही खारी व बनास नदी से सटे कई गांवो में लंबे अर्से से चल रहे बजरी खनन के गोरख धंधे को अजमेर जिला प्रशासन भी नहीं रोक पा रहा है।प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाई नहीं किये जाने की वजह से क्षेत्र के कई गांवो में बजरी का अवैध खनन बदस्तूर जारी है। केकड़ी क्षेत्र से गुजर रही खारी नदी पर स्थित ग्राम बाजटा,रामथला,मेहरुकला, टाकावास आदि में बजरी का अवैध खनन अधिकारियों की कथित मिलीभगत के धड़ल्ले से चल रहा है।
बजरी के अवैध खनन के साथ ही क्षेत्र में इन दिनों कई स्थानों पर *लाल बजरी* की छनाई कर उसमें से गारनेट निकाला जा रहा है। यहां रीको इंडस्ट्रीज एरिया में तथा धुवालिया व सरवाड़ के निकट स्थित फैक्ट्रियों में लाल बजरी को छानने के लिए बड़ी बड़ी मशीनें लगी हुई है। नदियों से निकाली जा रही लाल बजरी महंगे दामों में बिक रही है वहीं इस बजरी से निकलने वाला गारनेट के टुकड़े करीब 5 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहे हैं। बताया गया है कि लाल बजरी में गारनेट की मात्रा करीब 20 प्रतिशत पाई जाती है। क्षेत्र में लाल बजरी के अवैध खनन के खिलाफ खनन विभाग, पुलिस, प्रशासन व सम्बंधित विभाग द्वारा एक बार भी कार्यवाई नहीं कि गई है जिसके चलते यह अवैध कारोबार फलफूल रहा है। बजरी माफिया बिना किसी रोकटोक के इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे है। सूत्रों के अनुसार इस अवैध कारोबार में क्षेत्र के कुछ जनप्रतिनिधि,पुलिस अधिकारी व मीडिया के लोग भी परोक्ष-अपरोक्ष रूप से शामिल हैं।
बजरी खनन माफियाओं में प्रशासन का कोई ख़ौफ़ नहीं है जिसके चलते अब तो दिन रात सरेआम अवैध खनन किया जा रहा है। इन माफियाओं ने नदी का सीना छलनी कर दिया है। अब तो खुदाई इतनी नीचे चली गयी है कि नदी में चट्टानें नजर आने लगी है। रोजाना करीब 150 से 200 ट्रेक्टर,डम्पर बजरी का परिवहन कर रहे है।