राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पूरे किए 62 साल

अजमेर 1 अगस्त। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने कहा कि किसी भी संस्था के लिए 62 वर्ष का लम्बा सफर सफलतापूर्वक तय करना एक गौरव का विषय है। राजस्थान बोर्ड आज अपने 63वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है। जहां 1958 में पहली बोर्ड परीक्षा में मात्र 31 हजार परिक्षार्थी बैठे थे, वहीं दूसरी ओर बोर्ड ने वर्ष 2018 में 42 लाख से भी अधिक परीक्षार्थियों के लिए विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन किया। बोर्ड दसवीं व बारहवीं की परीक्षाओं के अतिरिक्त राज्य सरकार के निर्देश पर अन्य कई परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन कर रहा है। डिजिटल इण्डिया के युग में बोर्ड की सभी व्यवस्थाएं यथा परीक्षा आवेदन, परिणाम घोषणा, परीक्षकों को भुगतान इत्यादि पूर्णतयः ऑनलाइन है। बोर्ड अध्यक्ष मंगलवार को बोर्ड कार्यालय में बोर्ड के स्थापना दिवस पर बोर्ड कार्मिकों को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने कहा कि गत तीन वर्षो में बोर्ड द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाएं निर्विघ्न सुनियोजित रूप से आयोजित हुई। लगभग दस-दस लाख अभ्यर्थियों के लिए लगातार दो वर्ष राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) पूर्णतया पारदर्शी समयबद्ध रूप से आयोजित हुई। यह सभी आयोजन बोर्ड कार्मिकों की मेहनत और लगन के कारण ही संभव हो पाए। प्रातः बोर्ड अध्यक्ष प्रो. चौधरी ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलन कर स्थापना दिवस की शुरुआत की। तत्पश्चात बोर्ड परिसर में पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर बोर्ड की विशेषाधिकारी श्रीमती प्रिया भार्गव, वित्तिय सलाहकार श्रीमती आनन्द आशुतोष, निदेशक जी. के. माथुर, उपसचिव मंघाराम तोलानी और मंत्रालिक स्टाफ क्लब के अध्यक्ष नितिन दोसी, मुकेश घस्वा इत्यादि उपस्थित थे।

उपनिदेशक जनसम्पर्क

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