मृत्यु सुधारती है भागवत कथा : शास्त्री

अजमेर, 22 दिसंबर। शहर में पृथ्वीराज मार्ग स्थित श्री निम्बार्क कोट मंदिर में शनिवार को श्रीमद् भागवत कथा आरंभ हुई। कथावाचक पंडित रविशंकर शास्त्री ने भागवत महात्म सुनाया। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस कथा जीवन और श्रीमद भागवत कथा मृत्यु सुधारती है। भागवतजी मणियों से भी मूल्यवान ग्रंथ है। जब सत्संग में जाएं तो अपना ध्यान सिर्फ भगवान में लगाएं। भगवत भक्ति से ही भगवान को पाया जा सकता है। कथावाचक ने पवित्र नदियों व तीर्थस्थलों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए कहा कि गंदगी के कारण नदियों का जल दूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज भक्ति ज्ञान और वैराग्य से बांझ हो गई है। अब भक्ति दिखावा बन गई है। सच्चे मन से भगवान का गुणानुवाद करने वाला श्रेष्ठ है। कथा प्रारंभ होने से पूर्व पोथीजी का पूजन व कलश स्थापना की गई। कथा में कमला जोशी, विष्णुदत्त जोशी, ज्योतिस्वरूप शर्मा, महेश जोशी, सुमित सारस्वत, सुभाषचंद परिहार, विनीत बारोटिया, मुन्ना यादव, किशनलाल साहू, विनोद जैन, मनीष शर्मा सहित अनेक महिला-पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए।

सुमित सारस्वत
मो.09462737273

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