जीवन को आनंद देने वाली है कृष्ण लीला : शास्त्री

अजमेर, 26 दिसंबर। शहर में श्री निम्बार्क कोट मंदिर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन नंद उत्सव मनाया गया। कथावाचक पं.रविशंकर शास्त्री ने कहा कि जो आनंद दे वो नंद है और जो दूसरों को यश दे वही यशोदा है। प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व भोर में आनंद के साथ कीर्तन करना ही नंद उत्सव है।
शास्त्री ने कहा कि भगवान का नाम कीर्तन करने के लिए विद्वान होना जरूरी नहीं, भाव चाहिए। भगवान विद्वानों को मिले ना मिले मगर भक्त को अवश्य मिलते हैं। उन्होंने माखन चोरी व बाल लीलाएं सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं आनंद देने वाली है। प्रभु कथा श्रवण करने वाला मनुष्य तनाव मुक्त हो जाता है। जो मनुष्य परमात्मा की पूजा करता है उस भक्त का प्रभु ध्यान रखते हैं। जीवन को आनंदित बनाने के लिए सत्संग करें। जितना आनंद व सुख राधाकृष्ण की सेवा में है उतना किसी और सांसारिक वस्तु में नहीं। सच्चा भक्त बनने के लिए भक्ति को पुष्ट करना होगा। नंदजी के अंगना में बाजे आज बधाई.., छोटे से नंदजी के लाल आज मेरे घर आ गए.. जैसे बधाई गीतों पर भक्त झूम उठे। सुमित सारस्वत ने बताया कि बुधवार को कृष्ण लीलाओं व गिरीराज धरण प्रसंग के मौके पर छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। आर्य शर्मा ने कृष्ण का रूप धरकर माखन चोरी की। अभिनव शर्मा, काजल पनवार, इशिता साहू, हर्षिता शर्मा, अपूर्वा जोशी ने गोप-गोपियों का रूप धरकर ब्रज लीला का सजीव मंचन किया। कथा प्रारंभ से पूर्व कोटा से आए मनीष शर्मा, वृंदा शर्मा, भोपाल से दिनेश शर्मा, ब्यावर से आए राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, जितेंद्र जोशी, राजेंद्र जोशी ने पूजन कर आशीर्वाद लिया। कथा में विष्णुदत्त जोशी, महेश जोशी, ज्योतिस्वरूप शर्मा, मंजू जोशी, निरुपमा जोशी, अलका सिंह, फूलचंद प्रजापति, मनीष शर्मा, सुभाष परिहार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। गुरुवार को श्रीकृष्ण-रुकमणी विवाह उत्सव मनाया जाएगा।

सुमित सारस्वत
मो.09462737273

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