अजमेर 10/01/2019, अजमेर जिला कांग्रेस कमेटी के सीए प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सीए विकास अग्रवाल व प्रदेश राजीव गाँधी यूथ फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल गंगवाल ने जीएसटी कौंसिल के चेयरमैन को पत्र लिखकर जीएसटी के दायरे में नहीं आने वाले व्यापारियों को और जो व्यापारी कम्पोजीशन स्कीम के दायरे में हैं को माल के विक्रय करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य में विक्रय की अनुमति दी जानी चाहिए | इसके अतिरिक्त इन स्कीमों को अपनाने वाले व्यापारियों से कोई भी पंजीकृत व्यवहारी (व्यापारी) माल खरीदना नहीं चाहता क्योंकि इन व्यवहारियों को इनसे क्रय किये माल पर इनपुट क्रेडिट नहीं मिल पाता है इस कारण से छोटे व्यापारी अपना माल सिर्फ अंतिम उपभोक्ता को ही जो कि उसका उपभोक्ता होता है, कर पाता है, ऐसे में ऐसे व्यापारी कितना माल सालाना विक्रय कर सकेंगे, जिससे छोटे व्यापारियों का सालाना टर्नओवर जीएसटी में छूट की सीमा को भी नहीं छू पाता है | जीएसटी के दायरे में नहीं आने व्यापारी और कम्पोजीशन स्कीम अपनाने वाले छोटे व्यापारी तो पूरा जीएसटी चुका कर के ख़रीदे हुए माल पर ना तो एक रूपये का इनपुट क्रेडिट ले पा रहे हैं और ना ही वे अपने माल का सभी को विक्रय कर पा रहे हैं ऐसे में जीएसटी कौंसिल चेयरमैन को छोटे व्यापारियों की इस समस्या का निदान निकालना चाहिए | इसके अतिरिक्त छोटे व्यापारी जो जीएसटी के दायरे में नहीं आते है उनके द्वारा खरीद्शुदा माल पर किसी भी तरह का जीएसटी नहीं लगना चाहिए और पंजीकृत व्यवहारी को इन व्यापारियों से माल खरीदने की अनुमति भी दी जानी चाहिए, इस सम्बन्ध में भी कुछ आवश्यक संशोधन होना छोटे व्यापारियों के हित में है | इसके अलावा 28% की अधिकत्तम स्लैब में आने वाली वस्तुओं पर भी जीएसटी में राहत देने की मांग की है |
मांग करने वालों में करने वालों में कमल गंगवाल, सीए विकास अग्रवाल, विजयश्री, राजकुमार गर्ग, विजय पांड्या, शैलेश गुप्ता, अनुपम शर्मा, मनीष सेन, नीरू दोसाया, शरद कपूर, प्रहलाद माथुर, प्रेमसिंह गौड, संयम गंगवाल, संजय बाकलीवाल, सुदेश पाटनी आदि ने बधाई दी |