अजमेर, 8 जून । विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाता मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के गुरु हजरत ख्वाजा उस्मान हारुनी (बड़े सरकार) के दो दिवसीय उर्स 9, 10 जून को मनाया जायेगा। उर्स के मौके पर 9 जून की रात्रि दरगाह के चारों ओर महफिलों का आयोजन किया जायेगा। नात-मनकबत एवं कव्वालियों के नजराने पेश किये जायेंगे। लोग रातभर जागकर इबादत करेंगे एवं नमाजे पढेंगे। 10 जून को तड़के सुबह जन्नती दरवाजा खोला जायेगा जो कि जौहर की नमाज के बाद बन्द कर दिया जायेगा। ख्वाजा साहब की मजार पर काले रंग की मक्के-मदीने की चादर खुद्दामे ख्वाजा चढ़ाकर मौजूद जायरीनों के लिए दुआ करेंगे। 10 जून को सुबह नौ बजे ख्वाजा साहब की महाना छठी होगी। चिश्तिया सिलसिले का शिजरा पढ़ा जायेगा। आहता-ए-नूर दरगाह शरीफ में कुल की महफिल सुबहां दस बजे तिलावत-ए-कुरान से शुरु होगी। यह जानकारी देते हुए ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि इस अवसर पर पैगम्बर इस्लाम की शान में नात-ए-पाक का नजराने पेश किये जायेंगे। ख्वाजा साहब व उनके गुरु ख्वाजा उस्मान हारुनी के जीवन पर प्रकाश डाला जायेगा। ख्वाजा गरीब नवाज व उनके गुरु की शान में मनकबत के नजराने पेश किये जायेंगे। दरगाह की शाही चौकी सहित अन्य कव्वाल ख्वाजा साहब व उनके गुरु की शान में सूफिया कलाम पेश करेंगे ।