मां, मातृभूमि व मातृभाषा से ही हमारी पहचान है-निरंजन शर्मा

अजयनगर में दो बाल संस्कार शिविर समारोहपूर्वक सम्पन्न

अजमेर 10 जून 2019। मां, मातृभूमि व मातृभाषा से ही हमारी पहचान है और हमें गर्व है कि सिन्धु नदी के किनारे ही वेदो की रचना हुई और प्राचीनतम सिन्धु घाटी सभ्यता संस्कृति की जानकारी लेकर हम जीवन में प्रेरणा लें। सिन्धु मिलकर अखण्ड भारत होगा ऐसा विचार लेकर भारतीय सिन्धु सभा युवाओं में प्रेरणादायी कार्य कर रही है ऐसे विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से सांई बाबा मन्दिर में सिन्धी बाल संस्कार शिविर के समापन समारोह में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के विभाग सम्पर्क प्रमुख निरंजन शर्मा ने प्रकट किये। समारोह में सांई बाबा मन्दिर के महेश तेजवाणी, निर्मल धाम के स्वामी आत्मदास जी, सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, साहित्यकार डॉ. कमला गोकलाणी, समाजसेवी नारायण हरवाणी, गोवर्धन मोटवाणी, अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी, महेश टेकचंदाणी व मोहन कोटवाणी ने ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता व सिन्ध के चित्र पर मालयार्पण व दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। स्वामी आत्मदास ने बच्चो को शिविरों में लिये गये संस्कारों को जीवन में अभ्यास करने की प्रेरणा दी व कन्याओं को संस्कारवान होने से दोनों कुल को संस्कृति बढाने के आर्शीवचन दिये।
स्वागत भाषण संयोजक रमेश वलीरामाणी व आभार गुल छताणी ने दिया। समारोह का संचालन रमेश व राम ने किया। दोनों शिविरों के 326 विद्यार्थियों ने भाग लिया। मशहूर कलाकार घनश्याम भगत ने भजन प्रस्तुत किया।
सन्धी बाल संस्कार शिविर में शिक्षण कार्य गुरमुख सोनी, सुनील लखाणी संगीत व नाटक विधा रेण धनवाणी द्वारा करवाया गया। खेलकूद रामचन्द केसवाणी, सपना वलीरामाणी, राजेश वाधवा, नरेश टिलवाणी, विनोद बच्चाणी, वासदेव बच्चाणी ललित चांदवाणी रमेश लखाणी भगवान व योग शिक्षा मुस्कान चांदवाणी ने करवाई जिन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सभी शिविरार्थियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह दिया गया।

(रमेश वलीरामाणी)
मो. 9413691477

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