स्वामी टेऊँराम जन्मोत्सव का हवन, ध्वजावन्दन पल्लव के साथ समापन

अजमेर 08 जुलाई, वैशाली नगर स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम में पिछले पांच दिनों से चल रहे सत्गुरू स्वामी टेऊँराम महाराज के 133वें जन्मोत्सव का समापन अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। यह जानकारी देते हुए आश्रम के सेवादारी जयकिशन पारवानी ने बताया कि कार्यक्रम के 5वें दिन प्रातः 6.30 बजे श्री गुरू महाराज सत्गुरू स्वामी टेऊँराम जी महाराज व स्वामी बसंतराम जी महाराज व अन्य श्रीविग्रह (मूर्तियों) की पूजा हुई व 133 भोग लगाये गये एवं 133 दीपों के साथ महाआरती हुई । प्रातः 8 से विद्वान पण्डित कृष्ण कुमार व्यास जी महाराज के सानिध्य में पण्डितों द्वारा सर्वजन हिताय सर्व जन सुखाय की भावना के साथ वैदिक मन्त्रोचारण से हवन किया गया। पूर्णाहूति के बाद 10 बजे शहनाई वादन के साथ सनातन धर्म का प्रतीक प्रेम प्रकाश ध्वज का ध्वजावन्दन ‘हम गीत सनातन गायेंगे नित झण्डा धर्म झुलायेंगें’ के साथ हुआ। उसके बाद सत्गुरू स्वामी टेऊँराम जी महाराज द्वारा रचित श्री प्रेम प्रकाश ग्रन्थ के पाठ का भोग हुआ तत्पश्चात आम भण्डारा हुआ। सायंकालीन सत्संग सभा में स्वामी मनोहरलाल के सत्संग के पश्चात स्वामी ब्रह्मानन्द शास्त्री ने वहा उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को स्वामी टेऊँराम जी महाराज के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हुए कहा कि प्रेम प्रकाश का अर्थ होता है सब ओर प्रेम का प्रकाश फैलाना। स्वामी जी ने श्रद्धलुओं से कहा के आप भगवान से मन के अंदर चलने वाली सांसारिक चीज़ों से मुक्ति व नाम स्मरण की प्रार्थना करे व नाम स्मरण कर आनंद की प्राप्ति करे व मन को परमात्मा से जोड़े । प्रेम प्रकाश मण्डल के मण्डलाध्यक्ष स्वामी भगत प्रकाश महाराज ने 1008 सत्गुरू स्वामी टेऊँराम जी महाराज की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी टेऊँराम जी महाराज का जीवन चरित्र अमर है, उन्होंने गुरू की शरण में रहकर नाम स्मरण के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। स्वासों रूपि खजाना जो परमेश्वर ने हमें बक्शा है,उसको ऐसे व्यर्थ न गवांओ। स्वास-स्वास से नाम जप करके उन स्वासों का सद्पुयोग करें तथा अपने मानव जीवन के लक्ष्य की ओर बढ़ें। ईश्वर की कृपा हम पर बरसेगी। हमारा लोक परलोक सुधरेगा। उसके बाद पल्लव (अरदास) पाकर उत्सव की समाप्ति की घोषणा के बाद शहनाई वादन के साथ छेज व प्रसाद वितरण हुआ।
स्वामी ब्रह्मानंद शास्त्री ने 5 दिवसीय कार्यक्रम में सभी सहयोग प्रदान करने वालों का आभार व्यक्त किया।
आगामी गुरू पूर्णिमा उत्सव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुरू पूर्णिमा 16 जुलाई के दिन यह उत्सव श्रद्धापूर्वक मनाया जायेगा।

सेवादारी जयकिशन पारवानी
मो. 9413040144, 9352569956

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