अजमेर, 15 जुलाई। विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा जारी शिक्षकों को विद्यार्थियों के घर-घर जाकर उनके मल के नमूने लेने सम्बंधी आदेश को शिक्षकों का अपमान बताया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समाज में आदर व प्रतिष्ठा का स्थान प्राप्त है। प्रायः उन्हें गुरूजी कहकर पुकारा जाता है परन्तु गुरू पूर्णिमा के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा जो तुगलकी आदेश जारी कर सरकारी शिक्षकों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के पेट में कीड़ो की जांच के लिए उनके मल के नमूने लेने के लिए निर्देशित किया गया है वो शिक्षकों की मान, मर्यादा व प्रतिष्ठा पर ठेस पहुंचाने वाला है। देवनानी ने कहा कि वे सरकार के इस आदेश की निन्दा करते है तथा मांग करते है कि उन्हें विद्यार्थियों के पेट में कीड़ों की जांच कराये जाने हेतु मल के नमूने लाने के लिए कोई अन्य व्यवस्था करानी चाहिए।