अरवड़ गांव की बदल जाएगी तस्वीर

अजमेर 20 जुलाई। सरवाड़ के निकट अरवड़ गांव की तस्वीर बदलने वाली है। यहां स्कूल में खाली पड़ी जमीन पर बगीचा विकसित किया जाएगा। गांव में विभिन्न स्थानों पर वृक्षकुंज बनेगें। तेजा तलाई, बड़ा तालाब एवं अन्य छोटे जल स्त्रोतों से अतिक्रमण हटाकर वहां सौदर्यीकरण किया जाएगा। गांव में बारानी भूमि को वन विभाग विकसित करेगा।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता मेजर आर.पी.सिंह ने आज प्रशासन के साथ गांव का दौरा किया। जिला अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह राठौड़ भी उनके साथ उपस्थित रहे। गांव के सघन दौरे एवं जल स्त्रोतों के अवलोकन के पश्चात तय हुआ कि गांव में विभिन्न स्थानों पर विकास कार्य करवाए जाएंगे।
जिला प्रशासन एवं वन विभाग ने तेजा तलाई एवं बड़ा तालाब तथा इसके आवक क्षेत्रों का निरीक्षण कर उन्हें अतिक्रमण मुक्त तथा सौन्दर्यीकरण करने पर सहमति जताई। इसके लिए सक्षम अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए है। तेजा तलाई और बड़ा तालाब को मॉडल तालाब के रूप में विकसित किया जा रहा है। वर्षा में यहां कुछ पानी भी आया है।
इसी तरह अरवड़ गांव के नया तालाब, छोटी नाड़ी व अन्य जल स्त्रोतों का मौके पर जाकर अवलोकन किया गया। इन जल स्त्रोतों को गहरा किया जाएगा। सभी तालाबों की पाल पर समतलीकरण कर पौधारोपण में छायादार वृक्ष पीपल, नीम आदि लगाए जाएंगे। पाल पर लोगों के बैठने के लिए बैंच भी लगायी जाएगी।
बड़ा तालाब, जो कि 28 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें तीन स्थानों से पानी की आवक होती है। यहां से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। पाल के सुदृढ़ीकरण एवं वृक्षारोपण का कार्य नरेगा से तथा खुदाई का कार्य जल शक्ति अभियान के तहत कराया जाएगा।
इसी तरह गांव के स्कूल में खाली पड़ी करीब ढाई बीघा जमीन पर बगीचा विकसित किया जाएगा ताकि यह बच्चों के खेलने एवं उद्यानिकी के अध्ययन के लिए काम आ सके। गांव की बारानी भूमि को वन विभाग को 5 साल के लिए दिया जाकर विकसित किया जाएगा।
उप वन संरक्षक श्रीमती सुदीप कौर ने बताया कि वन विभाग की नर्सरियों में पर्याप्त मात्रा में पौधे उपलब्ध है जहां से पौधे प्राप्त कर तालाब की पाल पर अधिकाधिक छायादार पौधे लगाए जा सकते हैं। इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित तहसीलदार, विकास अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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