डीटीओ ऑफिस के सामने से गुजरते हैं ओवरलोड ट्रक-ट्रेलर

कार्यवाही के नाम पर होती है महज खानापूर्ति. मिलीभगत का आरोप
जिला परिवहन कार्यालय में कई गम्भीर अनियमित्ताओं का अंदेशा, एडवोकेट विष्णु साहू ने आरटीआई लगाकर मांगी सूचनाएं
ओवरलोड वाहनों की वजह से देवली-सावर-केकड़ी सड़क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त, आये दिन होते हैं हादसे. कई हो चुके मौत के शिकार

तिलक माथुर
केकड़ी जिला परिवहन कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों की कथित मिलीभगत के चलते ओवरलोड वाहनों से चौथ वसूली के जुड़े प्रकरण से सम्बंधित व अन्य गम्भीर अनियमितताओं से जुड़े बिंदुओं पर शहर के युवा एडवोकेट विष्णु साहू ने सूचना के अधिकार अधिनियम 2005-धारा 6 (1) के अंतर्गत जिला परिवहन अधिकारी से सूचनाएं मांगी है। उल्लेखनीय है कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर परिवहन विभाग महज खानापूर्ति करता रहा है, जबकि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों का आवागमन लगातार जारी है। ऐसा नहीं है कि परिवहन विभाग ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता, लेकिन यह केवल निर्धारित राजस्व लक्ष्य को छूने तक ही सीमित है। केकड़ी के निकट मार्बल नगरी सावर से करीब 70-80 ट्रेलर रोजाना मार्बल से लदकर विभिन्न स्थानों पर जाते हैं, जिनमें से अधिकांश ओवरलोड ही होते हैं। इसी प्रकार कोटा थर्मल पावर से राख से लदे ओवरलोड करीब 25-30 ट्रक-ट्रेलर रोजाना कोटा से जोधपुर की ओर केकड़ी होकर गुजरते हैं। वहीं बिजौलिया से पट्टियों व देवली से फर्शी से लदे कई ट्रक-ट्रेलर अजमेर की ओर केकड़ी होकर गुजरते हैं। सूत्रों का कहना है कि अधिकांश ट्रक-ट्रेलरों में निर्धारित क्षमता से 5 से 20 टन तक अधिक वजन लदा होता है, ये वाहन बिना किसी रोक-टोक के धड़ल्ले से चल रहे हैं, जो मिलीभगत के बिना सम्भव नहीं ! इन ओवर लोड वाहनों की वजह से देवली-सावर-केकड़ी सड़क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो रखा है। सड़क पर गहरी गडारें व गड्ढे हो रखे हैं जो छोटे वाहनों के लिए मुसीबत बन गए हैं। इस क्षतिग्रस्त सड़क की वजह से आये दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं वहीं दुघर्टना की वजह से कई लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं। आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मार्बल, राख, पट्टी व फर्शी से लदे ओवरलोड ट्रक-ट्रेलरों में से कुछ के चालान महज दिखावे के लिए किये जाते हैं। इस बारे में जानकारी लेने जब मैं आज दोपहर यहां अजमेर मार्ग स्थित जिला परिवहन कार्यालय गया तो वहां डीटीओ सी.पी. गुप्ता कार्यालय में मौजूद नहीं थे, वहां मौजूद लोगों ने बताया कि साहब सप्ताह में 3-4 दिन ही आते हैं। जानकारी मिली कि वे जोधपुर के रहने वाले हैं तथा अक्सर सोमवार की शाम को केकड़ी पहुंचते हैं और शुक्रवार की सुबह चले जाते हैं। खैर अधिकारी हैं इतना तो कर ही सकते हैं, उन्हें यहां कौन रोकने-टोकने वाला है। मौके पर निरीक्षक अनिल कायथ से मुलाकात हुई उन्होंने बताया कि साहब जोधपुर से आ रहे हैं रास्ते में हैं पहुंचने ही वाले हैं, काफी देर इंतजार किया बाद में पता चला कि वे करीब चार बजे कार्यालय पहुंचे। निरीक्षक अनिल कायथ ने बताया कि राजस्व लक्ष्य को पाना थोड़ा मुश्किल है मगर फिर भी चेकिंग कर हर माह 10-12 लाख रुपये का राजस्व तो इकट्ठा कर ही लेते हैं। उन्होंने बताया कि चार निरीक्षक व चार ही उपनिरीक्षक के पद स्वीकृत हैं लेकिन फ़िलहाल एक निरीक्षक व दो उपनिरीक्षक ही तैनात हैं। उल्लेखनीय है कि यहां अजमेर मार्ग पर स्थित जिला परिवहन कार्यालय के सामने क्षमता से कई गुना अधिक लदान होकर रोजाना अनेक वाहन गुजरते हैं, लेकिन आंखों के सामने से गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, जिसके चलते विभाग की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां परिवहन विभाग का जिला कार्यालय होने के बावजूद यातायात व्यवस्था पूर्णत: चरमराई हुई है, जिसके चलते बदहाल यातायात व्यवस्था आमजन के लिए नासूर बन गई है। क्षेत्र में आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाएं इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। और तो ओर परिवहन कार्यालय के पास किसी भी ओवरलोड वाहन का वजन करने के लिए कांटा तक लगा हुआ नहीं है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था है। ओवरलोडिंग तय करने के लिए अधिकारियों को ज्यादातर रॉयल्टी पर्ची, बिलटी आदि में लिखे वजन के अनुसार या फिर अंदाज से करनी पड़ रही है। नियमों का खुला उल्लंघन करने वाले व आदतन ओवरलोड चलने वाले वाहनों के खिलाफ केकड़ी जिला परिवहन कार्यालय द्वारा आज तक कभी जब्ती की कार्रवाई नहीं की गई, जबकि नियमानुसार वाहन के ओवरलोड पकड़े जाने पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जुर्माना वसूल करने के साथ वाहन जब्ती का भी प्रावधान है। खैर यह तो बात हुई जिला परिवहन विभाग की नाकामियों और खामियों की। अब हम बात करते हैं विभाग में चल रही गम्भीर अनियमित्ताओं की। जानकारी मिलने पर शहर के एक युवा एडवोकेट विष्णु कुमार साहू ने जिला परिवहन अधिकारी से आरटीआई के तहत सूचनाएं मांगी है। उन्होंने सूचना के अधिकार 2005-धारा 6(1) के अंतर्गत कार्यालय की वाहन संख्या RJ 14 UD 5217 एवं RJ 14 UC 5124 की 1 जनवरी से 31 अगस्त 2019 तक लॉग बुक, उड़न दस्ते की ड्यूटी में उपनिरीक्षक यादराम खटीक के साथ कार्यरत ईश्वर लाल मीणा एवं उपनिरीक्षक अवधेश डांगी के साथ कार्यरत सत्यनारायण गुर्जर के सक्षम अधिकारी द्वारा जारी नियुक्ति/पदस्थापन आदेश सहित कार्यालय जिला परिवहन अधिकारी केकड़ी में वाहन पंजीयन व वाहन चालन लाइसेंस इत्यादि से जुड़े कार्य एक निजी कम्पनी रोजमेरटा टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड द्वारा किये जा रहे हैं उसके करार/समझौते/एग्रीमेंट व निजी कम्पनी की ओर से नियुक्त सभी कार्मिकों के नियुक्ति आदेश तथा उनके शैक्षणिक/तकनीकी योग्यता सम्बन्धी दस्तावेजों की प्रमाणित फोटो प्रतियां मांगी है। माना जा रहा है कि उक्त मांगी गई सूचनाओं से जिला परिवहन कार्यालय में भारी गड़बड़ घोटाला उजागर हो सकता है ! गौरतलब है कि उक्त रोजमेरटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड नामक निजी कम्पनी का स्टाफ को भी जिला परिवहन अधिकारी ने अपने कार्यालय के भीतर कार्य करने सुविधा दे रखी है जो जांच विषय है।

तिलक माथुर 9251022331

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