जल संचय के प्रति जागरूक करना सामाजिक दायित्व – गोयल

अजमेर, 12 सितम्बर। जल शक्ति अभियान के मुख्य नोडल अधिकारी श्री चन्द्र प्रकाश गोयल ने कहा कि जल शक्ति अभियान के तहत जल संचय के कार्य करना हमारा कर्तव्य ही नहीं वरन यह एक सामाजिक उत्तर दायित्व भी है। जिसे सभी सहभागिता एवं समन्वय के साथ करें।
मुख्य नोडल अधिकारी गुरूवार को रीट सभागार में आयोजित जल शक्ति अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले की रैंकिंग प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। इसके लिए अजमेर टीम बधाई की पात्र है। इसी रैंकिंग को निरन्तर बनाए रखने के प्रयास किए जाते रहे। यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को भी प्रोत्साहित किया जाए ताकि जिले में और अच्छा कार्य हो सके। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत प्लानिंग टूल भी बनाए जाए तथा ग्रामीण स्तर पर नोडल ऑफिसर को लक्ष्य आवंटित कर रूफ टॉफ वाटर हार्वेस्टिंग के स्ट्रक्चर भी तैयार किए जाए।
उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान की सफलता उसके जन शक्ति अभियान बनने में ही है। इसके लिए अधिकतम लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। जिले में उच्च गुणवत्ता वाले जल संरक्षण कार्य किए गए है। इसके साथ-साथ नवाचार किए जाने की भी आवश्यकता है। किसानों एवं ग्रामीणों को अभियान से व्यक्तिगत सम्पर्क के माध्यम से जोड़ने पर जोर दिया जाना चाहिए।
बैठक में ब्लॉक नोडल अधिकारी ऋतु सैन ने कहा कि नाकारा हैण्डपम्पों का उपयोग डीप रैन वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर के लिए किया जाए। यह कार्य जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा किया जाएगा। इसके लिए किसी अतिरिक्त बजट की आवश्यकता नहीं होने से पूरे जिले में लागू किया जाना चाहिए। विद्यालयों में जागरूकता पैदा करने के समय सामान्य शब्दावली का उपयोग करके प्रायोगिक तरीके से भी समझाया जाए। प्रश्नोत्तरी के रूप में भी बच्चों को जल संरक्षण से जोड़ा जा सकता है। विद्यालयों में गठित जल शक्ति क्लब को मजबूत करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि रूफ टाफॅ हार्वेस्टिंग का कार्य सभी के लिए जरूरी कर दिया जाए। विशेषकर पंचायत स्तर पर समस्त विद्यालयों एवं राजकीय भवनों को इससे जोड़ा जाए। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में इस संबंध में एज्यूकेशन प्लान भी तैयार किया जाए ताकि वे जल शक्ति क्लब के साथ मिलकर प्रेरित हो सके। उन्होंने दूसरे स्थानों पर हुए अच्छे कायोर्ं का अवलोकन करने के लिए दल बनाकर भेजने तथा सचिव एवं सरपंचों को जल संरक्षण की आवश्यकता पर प्रशिक्षण दिए जाने की भी जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि वर्षा जल को बांधने, रोकने तथा एकत्र करने के कार्य को किया जा सकता है। इसके लिए 15 नवम्बर तक प्लान तैयार करें।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि समय -समय पर जो आईडिया सामने आए हैं उन्हें क्रियान्वित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने मुख्य नोडल अधिकारी एवं ब्लॉक नोडल अधिकारी का भी समय समय पर दिए मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। वाटर शेड के अधीक्षण अभियंता श्री एस.एन.उपाध्याय ने बताया कि अजमेर जिला वर्तमान में देश में 82 रैंक पर है। जबकि प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने जल शक्ति अभियान के तहत विभागवार लक्ष्य एवं अर्जित उपलब्धियों की स्लाईड प्रदर्शन के माध्यम से जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, प्रशिक्षु आईएएस श्रीमती नित्या के, कृषि विभाग के उप निदेशक श्री वी.के.शर्मा सहित समस्त विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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