बचपन न जाने दें बेकार, बच्चो को दें बाल अधिकार

हमारे भविष्य में निवेश का मतलब है हमारे बच्चों में निवेश करना – यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र ने हर 20 नवंबर को यूनिवर्सल चिल्ड्रन डे के रूप में नामित किया है। यह दुनिया भर में एकजुटता को बढ़ावा देने का समय है।
इसी उपलक्ष्य पर आज राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा गाँव भावता में ग्राम पंचायत में संस्था द्वारा संचालित बालिका शिक्षा को बढावा देने वाली पाठशालाओ की बालिकाओ ने पूरे गाँव में रैली के माध्यम से बच्चों के अधिकारों से सम्बंधित नारों से पूरे ग्रामवासियों को जागरुक किया व ग्राम पंचायत में बच्चों ने अपने अधिकारों के प्रति सभी को शपथ दिलाई।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस .एन .शर्मा (दीपक) के अनुसार संयुक्त राष्ट्र द्वारा यूनिवर्सल चिल्ड्रन डे की स्थापना 1954 में की गई थी, लेकिन यह 20 नवंबर, 1959 तक संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों की घोषणा के विस्तारित रूप को अपनाया इस उपलक्ष्य पर संस्थान द्वारा आज बच्चों के अधिकारों को लेकर रैली व शपथ कार्यक्रम का आयोजन कर ग्रामवासियों में जागरूकता संदेश का प्रसार किया गया साथ ही सभी बच्चों के बीच एकरूपता और जागरूकता को बढ़ावा देना
यह कार्यक्रम बच्चों के अधिकारों को निर्धारित करता है जैसे कि हिंसा और भेदभाव से बचाव के अधिकार और जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा के अधिकार।
कार्यक्रम में संस्थान के समन्वयक इंदरजीत सस्थान की अध्यपिका सुनीता व अनीता का योगदान सरहनीय रहा है।

डॉ.एस.एन. शर्मा
मुख्य कार्यकारी अधिकारी

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