प्रदेश के 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज, पीजी की 1178 नई सीटें

अजमेर, 29 नवम्बर। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार ने अपने 11 महीने के कार्यकाल में अभूतपूर्व काम किया है। आजादी के बाद पहली बार प्रदेश में 15 नए मेडिकल कॉलेज और 1178 पीजी की सीटों में वृद्धि हुई है। अब राजस्थान के 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। अजमेर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालय को 40 करोड़ रूपए मिलेंगे।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज अजमेर में एचडीएफसी बैंक के सहयोग से जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के ब्लड बैंक में बने वॉकिन फ्रिज का शुभारम्भ कर रक्त संग्रहण एवं डोनेशन वैन को रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ एवं पत्रकारों से बातचीत की। उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान में सत्ता संभालने के साथ ही एक्शन मोड में आ गई थी। आजादी के बाद अब तक राजस्थान में 16 मेडिकल कॉलेज थे। मात्र 11 महीनों में हम ने 15 नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत कराए है। इस पर 325 करोड़ रूपए की लागत आएगी। प्रदेश के गरीब वर्ग के बच्चों को सस्ती दरों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की सुविधा मिलेगी। आने वाले दिनों में प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा।
उन्होंने कहा कि 11 महीने में राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों में पीजी की सीटों में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। आजादी के बाद पहली बार एक साल में इतनी सीटे आई हैं। राज्य सरकार पीजी की सीटों पर एक हजार करोड़ रूपए खर्च करेगी। चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए 737 नए चिकित्सकों तथा 15500 नए नर्सिंग स्टाफ की भर्ती भी जल्द पूरी कर ली जाएगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी रैंकिंग में राजस्थान नम्बर एक घोषित हुआ है। हमारी चिकित्सा व्यवस्था को पूरा देश सराह रहा है। जब हम सरकार में आए तो निःशुल्क दवा योजना के तहत 608 दवाएं शामिल थी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने गम्भीर बीमारियों के मरीजों के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए कैंसर, किडनी, हार्ट आदि की महंगी दवाएं भी निःशुल्क दवा योजना में शामिल करवायी। सरकार ने 104 नई दवाओं को योजना में शामिल किया है।
उन्होंने कहा कि अजमेर में चिकित्सा सुविधाओं के विकास के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत 40 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इस राशि से मेडिकल कॉलेज, जेएलएन अस्पताल एवं जग विकास कार्य करवाएं जाएंगे। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और खेल मैदान के लिए कायड़ में जगह चिन्हित कर ली गई है। राज्य सरकार चिकित्सा व्यवस्था को सुधारने के लिए पूरे मनोयोग से काम कर रही है।
उन्होंने बताया कि जेएलएन अस्पताल में एचडीएफसी बैंक के सहयोग से स्थापित वॉकिन फ्रिज और नई रक्त संग्रहण वैन एक बहुत बड़ी शुरूआत है। राज्य सरकार लाडली योजना के तहत 14 वर्ष तक की बालिकाओं को रक्त की आवश्यकता होने पर रीप्लेसमेंट की अनिवार्यता खत्म करने जा रही है। बच्चियों को आवश्यकता पड़ते ही रक्त उपलब्ध होगा। अजमेर में मेडिकल कॉलेज की सीटों में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने देश में खराब अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए केन्द्र सरकार से गम्भीरता से प्रयास करने का आग्रह किया। चिकित्सा मंत्री ने चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ की समस्याओं और मांगों को गम्भीरता से सुनकर निराकरण का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. वी.बी.सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन एवं सीएमएचओ डॉ. के.के.सोनी आदि उपस्थित थे।

अजमेर में सशक्त होगी रक्त संग्रहण व्यवस्था – डॉ. शर्मा
चिकित्सा मंत्री ने किया वॉकिन फ्रिज का शुभारम्भ एवं किया रक्त संग्रहण वाहन को रवाना
दूर-दराज के क्षेत्रों में रक्तदाताओं को मिलेगी रक्तदान की सुविधा
अजमेर, 29 नवम्बर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शुक्रवार को अजमेर जिले को दो सौगातें दी। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के ब्लड बैंक में नए वॉकिन फ्रिज का शुभारम्भ किया एवं रक्त संग्रहण वाहन को रवाना किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में रक्तदान की सुविधाएं बढ़ाने के लिए ऎसे 14 रक्त संग्रहण एवं परिवहन वाहनों की शुरूआत की गई है। अजमेर जिले में दो वाहन कार्यरत रहेंगे। यह वाहन जिले में स्वैच्छिक रक्तदाताओं से रक्त संग्रहण कर संबंधित जिलों के ब्लड बैंकों को सौपेंगे। उन्होंने बताया कि 5 करोड़ 8 लाख रुपए की लागत के येे वाहन राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को आवंटित किए गए हैंं।
उन्होंने बताया कि यह वाहन ब्लड बैंकों को रक्त संग्रहण करके देंगे। जिससे राज्य में 14 वर्ष तक की बेटियों को बिना रिप्लेसमेंट के ब्लड उपलब्ध कराने के लिए संचालित लाडली रक्त सेवा योजना व अन्य जरूरतमंदों को बिना रिप्लेसमेंट के रक्त की आपूर्ति की जा सकेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि यह सेवा रक्तदान की मुहिम को एक नई दिशा देगी। इन वाहनों में कोई भी रक्तदाता विशेष आयोजन जैसे जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, प्रियजनों की याद इत्यादि में स्वैच्छिक रक्तदान आसानी से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि रक्तदान को सबसे बड़ा दान माना गया है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि वाहनों में दो डोनर काउच (ऑटोमेटेड), दो ब्लड कलेक्शन मॉनिटर एवं ट्यूब सीलर, 200 यूनिट रक्त क्षमता वाला रेफ्रिजरेटर, एक ऑक्सीजन सिलेंडर, एक डिजीटल थर्मामीटर और रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक एलईडी टीवी मय पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम आदि उपलब्ध है।

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