नया उद्योग लगाने के लिए किसी प्रकार की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं

अजमेर, 29 नवम्बर। राज्य में उद्योग विभाग द्वारा संभागीय स्तर पर आयोजितसंभागीय औद्योगिक संवादकार्यशाला में‘‘उद्योग विभाग-एक संवाद‘‘शुक्रवार को अजमेर में अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने औद्योगिक परिसंघों से राजीव गांधी विद्याभवन रीट सभा भवन अजमेर के सभागार में संवाद किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने संवाद के दौरान अपने उद्बोधन में राजस्थान सूक्ष्म एवं लघु उद्यम सुविधा परिषद् के संबंध में विस्तृत रूप से अवगत कराया। नए निवेशकों को प्रोत्साहित करते हुए नवीन राजस्थान सूक्ष्म, लधु एवं मध्यम उद्यम (फैसिलिटेशन ऑफ एस्टेब्लिशमेंट एण्ड ऑपरेशन) अधिनियम-2019 के प्रावधानों की जानकारी प्रदान की गई। उन्होने बताया कि उद्यम स्थापना हेतु उद्यमों को 03 वर्षो तक उद्यमों द्वारा राज्य कानूनों के तहत विभिन्न विभागों की अभिस्वीकृतियां व निरीक्षणों की आवश्यकता नही है। इस प्रकार का कानून लाने वाला राजस्थान देश का प्रथम राज्य है। विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र, राजस्थान निर्यात संवद्र्वन परिषद् व समन्वय परिषद् एवं वन स्टाप शॉप के संबंध से विस्तृत रूप से अवगत कराते हुए राज्य के निवेशको को बढावा देने एवं औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने का आहवान किया गया।
संवाद में भीलवाडा, नागौर एवं टौंक के उद्योग संघों द्वारा उनके औद्योगिक क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं के संबंध में अवगत कराया गया तथा जिनका संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्देश प्रदान किए गए। उन्होने यह भी कहा कि उद्यमियों द्वारा उठाए गए अधिकांश बिन्दुओं पर उद्योग विभाग पहले से ही निराकरण हेतु प्रयास कर रहा है।
इस मौके पर संंभागीय आयुक्त श्री एल.एन.मीणा ने अपने उद्धोबन में उद्योग विभाग द्वारा किए गए इस प्रकार के संभाग स्तरीय आयोजन की सराहना की तथा उद्यमियों के समस्याओं के निराकरण में पूर्ण सहयोग का आश्वासन प्रदान किया गया।
संवाद में जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने अपने उद्बोधन में अजमेर संभाग में उद्योगों के विकास की पर्याप्त सभ्भावनाएं बताई गई। उन्होने कहा कि संभाग में खनिज के अपार भण्डार है, जिसके आधार पर कई औद्योगिक इकाईयां स्थापित की जा सकती है । इसी प्रकार किशनगढ शैली की प्रसिद्व चित्रकारी सहित संभाग में हस्तशिल्प के विकास की भी पर्याप्त सभ्भावनाएं है। उन्होने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किए जाने का आहवान किया गया।
कार्यशाला में नागौर, टौंक, भीलवाडा एवं अजमेर के उद्योगों संधों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं के निराकरण के संबंध में सबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश प्रदान किए गए। तत्श्चात चुनिन्दा निवेशकों के साथ अति.मुख्य सचिव, उद्योग एवं एमएसएमई द्वारा वन-टू-वन बैठक आयोजित की गई।
बैठक में श्री राजेश शर्मा, अध्यक्ष, अजमेर जिला लधु उधोग संघ,अजमेर, दी अजमेर इण्डस्ट्रीयल एस्टेट एसोसियेशन-अजमेर, श्री अजित अग्रवाल, अध्यक्ष लधु उधोग भारती, ब्यावर लधु उधोग संधं, किशनगढ मार्बल एसोसियेशन, राजस्थान पावरलूम एसोसियेशन, तथा मेवाड चेम्बर्स आफ कॉमर्स इण्डस्ट्रीज भीलवाडा, नागौर, भीलवाडा, टौंक के उद्योग संघों के लगभग 250 उद्यमियों द्वारा भाग लिया गया। श्री राधेश्याम चोयल द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला में श्री एस.एस.शाह, संयुक्त निदेशक, उद्योग समन्वयक के रूप में उपस्थित रहे।

राजस्व अधिकारियों की बैठक शनिवार को
अजमेर, 29 नवम्बर। जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों की बैठक शनिवार 30 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जाएगी। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद शर्मा ने यह जानकारी दी।

error: Content is protected !!