नागरिकता संशोधन कानून पर जनजागृति हेतु विचार गोष्ठी का आयोजन

आज दिनांक 5/01/20 को “राष्ट्र विचार मंच” की और से नागरिकता संशोधन कानून पर जनजागृति हेतु स्वामी काम्प्लेक्स परिसर में प्रबुद्ध जनों की एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के अध्यक्ष पाठक जी महाराज ने कहा कि ये हमारा दुर्भाग्य है कि देश में कुछ लोग प्रताड़ित लोगों की स्तिथि को जान कर भी अनजान बने हैं । ननकाना साहब में हुयी दुर्भाग्यपूर्ण घटना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है ।
उन्होंने कहा कि संत समाज को भी मंदिर मठों से निकलकर इस विषय पर जागरुकता लाने पर बल देने की आवश्यकता है ।
साथ ही उन्होंने लोगों से भी जनजाग्रती अभियान में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होने अपने मत में स्पष्ट किया कि ‘राष्ट्र है तो हम हैं’ ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सत्यनारायण ने कहा कि आने वाला समय सभ्यताओं और विचारों के संघर्ष का है ।
उन्होंने कहा कि CAA के माध्यम से पहली बार देश विरोधी ताकतों पर घात हुआ है। देश में ऐसी देशविरोधी शक्तियां पनप रही है जो झूठ गढ़ के देश को भ्रमित कर रही हैं ।
उन्होने कहा कि CAA से धार्मिक प्रताडित व्यक्तियों को भारत मे शरण मिलने के साथ साथ उनको पहचान प्राप्त होगी व नागरिक अधिकार प्राप्त होंगे । उनके विवाह के रास्ते भी खुलेंगे व बच्चों को भी कानूनी मान्यता प्राप्त हेगी।
वर्तमान परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त करते हुए वो बोले कि टुकड़े-टुकड़े सोच वाले कुंठित अरबन नक्सली, जिहादी गिरोह, देश के बाहर निष्ठा रखने वाले क्षुद्र राजनीतिक स्वार्थों के कारण, षडयंत्रपूर्वक इस अधिनियम के बारे में अफ़वाह फैलाकर छात्रों के द्वारा देश एवम संस्कृति विरोधी नारे लगवा रहे हैं। अराष्ट्रीय-असामाजिक तत्त्वों द्वारा
तोड़-फोड़, आगजनी, हिंसा व राष्ट्रीय सम्पत्ति को हानि पहुँचाकर अराजकता का वातावरण पैदा किया जा रहा है।
उन्होने कहा की जितनी हानी दुर्जनो की क्रूरता से नही होती उस से ज्यादा नुकसान सज्जनों की निष्क्रयता से होता है। उन्होने सभी को अपने स्तर, योगयता व सामर्थ्य के अनुसार इस विषय पर जागरुकता हेतु प्रयत्न करने का आह्वान किया ।
कार्यक्रम में मंच संचालन भूपेन्द्र उबाणा ने किया तथा धन्यवाद “राष्ट्र विचार मंच” के संयोजक राम बाबू शर्मा ने दिया ।

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