*विचार – प्रवाह*

नटवर विद्यार्थी
बाहरी आकर्षण कुछ समय के लिए सम्मोहित कर सकता है किंतु हमारी व्यवहार कुशलता जीवनभर के लिए अमिट छाप छोड़ती है । कहने का तात्पर्य यह है कि व्यवहार कुशलता हमारे जीवन का सबसे उज्ज्वल पक्ष है ।
व्यवहार कुशलता एक सुंदर आभूषण की तरह है जो हमारे व्यक्तित्व के चार चाँद लगा देता है । व्यवहार कुशलता हमारा वह परिचय है जो ख़ुद ब ख़ुद बोलता है , इसे प्रकट करने की आवश्यकता नहीं होती ।
व्यवहार कुशलता हमारी सफ़लता का मार्गप्रशस्त तो करती ही है , साथ ही हमारे शुभचिंतकों की संख्या भी बढ़ा देती है । आप बहुत बड़े ज्ञानी है किंतु यदि व्यवहार कुशल नहीं है तो आपकी विद्वता और ज्ञान किसी काम का नहीं है , पग- पग पर आपको रुकावटों और अड़चनों का सामना करना पड़ेगा । एक अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता , लोगों से जुड़ना है तो आपको व्यवहार कुशल बनना ही पड़ेगा । व्यवहार कुशलता हमारे व्यक्तित्व का दर्पण है , अभिव्यक्ति है ।

– नटवर पारीक

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