भाजपा शासित राज्यों में षड्यंत्रपूर्वक कराए जा रहे हैं उपद्रव

अजमेर, 8 जनवरी। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को बेवजह मुद्दा बनाकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दुश्मनों की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अराजक शक्तियों द्वारा जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं या जहां आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां षड्यंत्रपूर्वक उपद्रव पैदा किए जा रहे हैं।
देवनानी गुरूवार को शहर भाजपा पृथ्चीराज मण्डल की ओर से कनक सागर समारोह स्थल में सीएए के समर्थन में आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370 खत्म करने, तीन तलाक के खिलाफ अधिनियम पारित करने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला देने को देश की जनता का समर्थन मिला है। इन तीनों मुद्दों पर जब कांग्रेस, वामपंथी दलों सहित विपक्षी दलों को जनता से निराशा हाथ लगी, तो उन्होंने सीएए की आड़ में लोगों को गुमराह करना शुरू कर दिया।
देवनानी ने कहा, 26 सितंबर, 1947 को महात्मा गांधी ने भी कहा था कि पाकिस्तान व अन्य देशों से आए विस्थापित भारत में नहीं रहेंगे, तो कहां रहेंगे। यानी महात्मा गांधी भी विस्थापितों को भारत में बसाने के पक्षधर थे। यही काम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है। वर्ष 1955 में बने नागरिकता अधिनियम में मोदी सरकार ने कोई पहली बार संशोधन नहीं किया है। इससे पहले भी कई बार संशोधन किए जा चुके हैं। मोदी सरकार ने भी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान आदि देशों से प्रताड़ना और अत्याचार भुगत कर भारत आए विस्थापितों को नागरिकता देने का निर्णय किया है। खुद मोदी बार-बार यही बात दोहरा रहे हैं कि उनकी सरकार ने सीएए के माध्यम से विस्थापितों पर कोई उपकार नहीं किया है, बल्कि भारत सरकार का यह प्रायश्चित है कि विस्थापितों को यह अधिकार पहले क्यों नहीं मिला। चूंकि विस्थापितों में सबसे ज्यादा दलित हैं, इसलिए उन्हें अब नागरिकता का अधिकार मिलना ही चाहिए, ताकि वह भी सम्मान का जीवन जी सकें। उन्होंने कहा मोदी की इस सदाश्यता को विरोधी दल पचा नहीं पा रहे हैं और मोदी के बढ़ते वर्चस्व से खीझ कर अनर्गल बातें कर रहे हैं।
देवनानी ने कहा कि सीएए के समर्थन में मंडल के पश्चात जनजागरण कार्यक्रम शक्ति केंद्र तथा बूथ स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इसका मकसद सभी कार्यकर्ताओं को सीएए के बारे में बेहतर जानकारी देना है, ताकि वे घर-घर जाकर आमजन को इससे अवगत करा सकें। उन्होंने कहा, हम सभी की सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि हम समाज में फैल रही भ्रांतियों को दूर कर इस अधिनियम के विषय में सही जानकारी उपलब्ध कराएं और 13 जनवरी को आयोजित होने वाले महा जनसंपर्क अभियान में घर-घर पहुंचकर संपर्क करें।
महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने कहा कि सीएएए के विषय में जो भी जानकारी संगोष्ठी में कार्यकर्ताओं को मिली है, उसे हम अपने पास न रख कर अपने क्षेत्र ,परिवार, मित्रों और पड़ोसियों के साथ साझा करें और उनके मन में फैल रही भ्रांतियों को दूर करें। उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर भी एक भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है। यदि एनआरसी आता भी है, तो वह प्रत्येक नागरिक पर लागू होगा न कि किसी समुदाय विशेष पर। उन्होंने कहा कि आज मोदी को पूरी दुनिया एक विश्व नेतृत्व के रूप में पसंद कर रही है। इसके उलट हमारे ही प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के कुछ राजनेता अपने राजनीतिक लाभ के लिए छींटाकशी कर रहे हैं।
शहर भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ प्रियशील हाड़ा ने कहा कि सीएए नया कानून नहीं बनाया गया हैै। यह तो आजादी के बाद ही बन गया था। परंतु इसे विपक्षी दल और कुछ लोग इस प्रकार प्रस्तुत कर रहे हैं जैसे की नागरिकता का कोई कानून बनाया गया है। इसलिए हम सभी को समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए आगे आना होगा और समाज में उत्पन्न हो रहे वैमनस्य को दूर कर सौहार्द्र का वातावरण पुनः स्थापित करना होगा।
मंडल अध्यक्ष प्रकाश बंसल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन पूर्व मंडल अध्यक्ष योगेश शर्मा ने किया। संगोष्ठी में किशन बालानी, सुरेश गोयल, केके त्रिपाठी, धर्मपाल जाटव, अनिल नरवाल, राजू साहू, रमेश कौशल, अन्चित परिहार, रोहित मकवाना, प्रचार मंत्री संदीप गोयल, अनिल मकवाना, पिंकी जाटव, गौरव मीरवानी, प्रेम मेघवाल, भोजराज जोशी, अंकुर मित्तल, पंकज शैली, राजकुमार दोसाया आदि भी उपस्थित रहे

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