19 जनवरी 2020 को पल्स पोलियो अभियान

पोलियो एक वायरस संक्रमण है इससे रोगी को अचानक लुन्ज-पुन्ज लकवा हो सकता है एवं मौत तक हो सकती है। पोलियो से बचाव का एकमात्र तरीका 0-5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दो बून्द पिलाकर प्रतिरक्षित करना है। भारत सरकार के निर्देषानुसार दिनांक 19 जनवरी 2020 को पल्स पोलियो अभियान आयोजित किया जा रहा है। सभी विभागो के महत्वपूर्ण सहयोग से राजस्थान राज्य में माह नवम्बर 2009 के पष्चात तथा भारत देष मंे माह जनवरी 2011 के पष्चात वाइल्ड पोलियो वायरस का एक भी केस नही पाया गया है। निरन्तर तीन वर्ष तक वाइल्ड पोलियो वायरस का केस नही पाये जाने के कारण विष्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा देष को दिनांक 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त घोषित किया जा चुका है।
भारत देष को निरन्त पोलियो मुक्त बनाये रखने हेतु 19 जनवरी 2020 को आयोजित पल्स पोलियो अभियान के तहत् प्रथम दिवस में अजमेर जिले के 2130 बूथों पर नियुक्त वैक्सीनेटरों एवं ट्राजिक्ट व मोेबाईल टीमों में नियुक्त वैक्सीनेटरों द्वारा 275048 बच्चों को बाईवेलेन्ट ऑरल पोलियों की खुराक पिलाकर प्रतिरक्षित किया गया। इन वैक्सीनेटरो के सुपरविजन हेतु 341 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये। इस प्रकार प्रथम दिवस 462078 लक्ष्य के विरूद्ध 275048 बच्चों को प्रतिरक्षित कर 60 प्रतिषत उपलब्धि अज्रित की गई। श्रीमान्् विष्व मोहन शर्मा, जिला कलक्टर, अजमेर द्वारा राजकीय पुलिस लाईन डिस्पेंसरी, अजमेर पर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को दवा पिलाकर अभियान का शुभांरभ किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के.के. सोनी, अति0 मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सम्पत सिंह जोधा, जिला प्रजनन एंव षिषु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामलाल चौधरी, उप मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामस्वरूप किराडिया, सहायक नोडल अधिकारी डॅा. आर. सी यादव, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, डॉ. प्रदीप जयसिंगानी उपस्थित थें।
प्रथम दिवस दवा पीने से वंचित रहे बच्चो को अभियान के द्वितीय दिवस दिनांक 20 जनवरी 2020 को 3225 घर-घर भ्रमण टीमो में नियुक्त वैक्सीनेटरो द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाने की गतिविधी संचालित की जायेगी।

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