आम जनता को मूर्ख बनाने वाला बजट

विकास अग्रवाल
अजमेर 01/02/2020, सीए विकास अग्रवाल के अनुसार वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत आम बजट 2020-2021 पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुआ कहा कि कुँए में कूदने से पहले सोच लेना, फिर वहीँ रहना है, वापिस निकलने की सीढ़ी नहीं है क्योंकि कर संरचना की नयी योजना का विकल्प चुनने के बाद, मौजूदा योजना में वापस लौटने का विकल्प नहीं | उक्त योजना करदाता द्वारा वित्तीय वर्ष में की गयी बचत को हतोत्साहित करती है इसलिए उक्त बजट को किसी भी माध्यम से अच्छा बजट नहीं कहा जा सकता है | एक बार जब करदाता नयी कर संरचना के लिए जाते हैं तो आयकर अधिनियम के चैप्टर VI A के तहत कोई कटौती मान्य नहीं होगी | इसके अतिरिक्त फेसलेस अपील्स प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है क्योकि जब तक न्यायाधीश केस को समझेगा नहीं तो न्याय क्या करेगा | हाऊसिंग सेक्टर पहले से ही संकट में चल रहा है, जब नयी स्कीम के तहत होम लोन के भुगतान और ब्याज की छूट नहीं मिलेगी तो इससे हाउसिंग सेक्टर भी बुरी तरह से प्रभावित होगा | बजट वाले दिन शेयर बाज़ार में गिरावट से ही पता चलता है की यह एक अच्छा बजट नहीं है |

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