बच्चों को प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक करने की जरूरत

अजमेर, 11 फरवरी। उप वन संरक्षक श्रीमती सुदीप कौर ने कहा कि प्रवासी पक्षी अजमेर का गौरव है। बर्ड फेयर जागरूकता का मंच है। हमें बच्चों को प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक करने की जरूरत हैं।

उप वन संरक्षक मंगलवार प्रातः वन मण्डल, अजमेर की रेंज नसीराबाद में बामणिया तालाब पर आयोजित बर्ड फेयर में संबोधित कर रही थी। इस कार्यक्रम में बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी मुम्बई के वैज्ञानिक एवं पक्षी विशेषज्ञ श्री सुजीत नरवड़े के द्वारा पक्षियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई।

वन विभाग के सहायक वनपाल श्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ के द्वारा विभिन्न पक्षियों के व्यवहार एवं आवाज के बारे में अवगत कराया गया। बामणिया तालाब पर इन दिनों पक्षियों यथा- बार हेडेड गूस, नॉर्दन पिनटेल, गे्रलेग गूस, रूडी शेलडक, पर्पल स्वैम्पहेन, कॉमन पोचार्ड, पर्पल हेरोन, ग्रे हेरोन, फीजेंट टेल्ड जैकाना, लिटिल कॉरमोरेट, पेलीकन शॉवेलर आदि का जमघट लगा हुआ हैं। विद्यार्थियों को रंग, आकार, आवाज, पंख चौंच एवं पैरों के आधार पर पक्षियों की पहचान एवं संरक्षण करने की जानकारी दी गई। इस बर्ड फेयर में बाल भारती विद्या निकेतन, देराठू के विद्यार्थियों एवं स्थानीय ग्रामवासियों ने भाग लिया।

उप वन संरक्षक ने बताया कि प्रवासी पक्षी वास्तव में अजमेर का गौरव है। बर्ड फेयर जागरूकता का मंच है। हमें बच्चों को प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक करने की जरूरत है ताकि वे शुरूआत में ही इसकी महत्ता को समझे। लोगों को प्रकृति एवं परिन्दों से जोड़ा जाकर परिन्दों के लिये सुरक्षित आवासों का विकास व संरक्षण करने की महत्ता पर जोर दिया जाये।

इस आयोजन में सहायक वन संरक्षक श्री लोकेश कुमार शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह राठौड़ एवं श्री मालीराम प्रजापति सहित अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद, किशनगढ़, ब्यावर एवं सरवाड़ रेंज के अधीनस्थ वनकर्मी भी मौजूद रहे।

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