बाहर से आने वाला प्रत्येक व्यक्ति होगा क्वारेंटाइन-जिला कलक्टर

जिला स्तरीय क्वारेंटाइन समिति की बैठक
पेयजल व्यवस्था को सुचारू करने के लिए फील्ड में तैनात रहेंगे अफसर
सांसद एवं विधायकों ने दिए सुझाव, सभी व्यवस्थाएं रखें सुचारू

अजमेर, 16 मई। अजमेर जिला प्रशासन ने आगामी दिनों में जिले में बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासियों के क्वारेंटाइन को लेकर वार्ड और गांव से लेकर जिले तक तैयारियां पूरी कर ली हैं। किसी भी प्रान्त से जिले में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति प्रशासन की निगरानी में रहेगा। उसे अनिवार्य रूप से घर पर या संस्थागत क्वारेंटाइन किया जाएगा। क्वारेंटाइन सेन्टरों में सभी व्यवस्थाएं चाकचौबंद रखी जाएंगी। जिले में पेयजल व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए जलदाय विभाग के सभी अधिकारियों को फील्ड में तैनात रहने के निर्देश दिए गए है। पेयजल आपूर्ति को लेकर सभी व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर ली गई हैं।
जिला स्तरीय क्वारेंटाइन समिति की बैठक आज जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में सांसद श्री भागीरथ चौधरी, मसूदा विधायक श्री राकेश पारीक, किशनगढ विधायक श्री सुरेश टांक, अजमेर उत्तर विधायक श्री वासुदेव देवनानी, अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल, पुष्कर विधायक श्री सुरेश रावत एवं नसीराबाद विधायक श्री रामस्वरूप लांबा ने जिले में आने वाले प्रवासियों के क्वारेंटाइन तथा पेयजल व्यवस्था को लेकर सुझाव दिए।
जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने बैठक में बताया कि जिले में क्वारेंटाइन को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायत, राजस्व गांव एवं उपखण्ड स्तर पर तथा शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर तक समितियों का गठन कर करीब 4 हजार लोगों को सर्तकता दलों में शामिल किया गया है। जिले की 275 ग्राम पंचायताें में 954 गांवों तक प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों का नेटवर्क बाहर से आने वाले प्रवासियों पर नजर रखेगा। उन्हें घर पर या संस्थागत क्वारेंटाइन कर उनके खाने पीने, रहने और चिकित्सा आदि व्यवस्थाओं पर प्रतिदिन अपडेट किया जाएगा। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में भी सरकारी कर्मचारी एवं पार्षदों की कमेटियों का गठन कर यह काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग जिले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करेगा। जो भी व्यक्ति एसिम्पटोमेटिक पाया जाता है और उसके घर में आइसोलेशन हेतु कमरे की व्यवस्था है तो उसे 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। उसके घर में अलग कमरा नहीं है तो उसे संस्थागत क्वारेंटाइन किया जाएगा। स्क्रीनिंग में थर्मल गन और प्लस ऑक्सोमीटर का उपयोग किया जाएगा। होम क्वारेंटाइन व्यक्ति के घर नोटिस चस्पा होगा। सभी जगह गांव के बाहर बड़ी स्कूल या अन्य इमारत को संस्थागत क्वारेंटाइन सेन्टर बनाया जाएगा। इसी तरह उपखण्ड व जिला स्तर पर यह तैयारियां कर ली गई है।
सांसद और विधायक के सुझाव पर जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को लेकर सर्तक रहें। अधिकारी लगातार फील्ड में बने रहे। जिस शहर और गांव के लिए जितना पानी तय है, उतना पानी उन्हें उपलब्ध करवाया जाए। सांसद एवं विधायकाें की अनुशंसा पर होने वाले काम तुरन्त शुरू करवाए जाएं। गांव में हैडपम्प और ट्यूबवैल की मरम्मत का कार्य भी अविलम्ब शुरू करवा दिया जाए। जन प्रतिनिधियों द्वारा पेयजल व्यवस्था को लेकर जो भी नये प्रस्ताव दिए जा रहे हैं, वह तुरन्त राज्य सरकार को भिजवाए जाएं ताकि जल्द से जल्द काम शुरू हो सके।
बैठक में सांसद और विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र में क्वारेंटाइन सेन्टर और जलदाय से संबंधित काम काज के प्रस्ताव एवं सुझाव दिए। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी प्रस्तावों और सुझावों पर अमल करना शुरू किया गया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री कुंवर राष्ट्रदीप, अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री किशोर कुमार, द्वितीय श्री भगवत सिंह राठौड़, उपखण्ड अधिकारी अर्तिका शुक्ला, पुष्कर एसडीएम देविका तोमर सहित प्रशासन, चिकित्सा एवं जलदाय विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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