टिड्डीयो का जिले में पुनः प्रवेश

टिडडी दल का जिले में आखरी बड़ा पड़ाव दिनांक 22.05.2020 को था। लगभग 14 दिनों के अन्तराल के बाद जिले में टिड्डी दल ने ंपुनः प्रवेश किया। दो दलों ने सीमावर्ती जिला नागौर की तरफ से प्रवेश किया एक दल रामनेर की ढाणी के पास छोटी ढाणी, मोहनपुरा, किशनगढ मे था। दुसरा बड़ा दल पाटन, तिलोनिया में था जिनका प्रभावी नियन्त्राण किया गया। पाली की तरफ से नसीराबाद एवं मसुदा तहसील के मध्य ऊँची पहाड़ियों पर टिड्डी दल ने पड़ाव डाला, दुर्गम क्षेत्रा होने के कारण प्रभावी नियंत्राण करने में दिक्कत आई।
जिला स्तर पर श्रीमति सपना जैन (पौ.स.) के निर्देशन में कंट्रोल रुम 24ग्7 संचालित हैं। जिसमें श्रीमति अल्का चौधरी, श्री विक्रम जी वर्मा, श्री कैलाशचन्द शर्मा द्वारा कृषको से प्राप्त सूचना एव ंक्षेत्राीय कृषि पर्यवेक्षक से वार्ता कर टिड्डी दल पडाव की सटीक सूचना नियंत्राण दलो को उपलब्ध करवाई गई।
जिला कलेक्टर श्री विष्वमोहन शर्मा के निर्देशन में 25-30 विस्तार कार्मिको ने प्रत्येक टेªक्टर माउंटेड स्प्रेयर एवं फायर ब्रिगेड के साथ व्यक्तिगत रुप से जुडाव रखकर नियंत्राण करने में पहल की। रात्रि करीब 12ः15 बजे से कीटनाशी दवा का छिडकाव प्रांरम्भ किया गया जिसमें 12 टेªक्टर माउंटेड स्प्रेयर, 4 फायर ब्रिगेड द्वारा लेम्बडासायहेलोथ्रिन 5: ई.सी. कीटनाशी दवा से छिड़काव किया गया। जिसके प्रभाव से टिड्डीया अल्प समय में धरती पर मृत होने लगी। प्रातः 5ः00 बजे टिड्डी चेतावनी संगठन के 4 वाहनो द्वारा छिडकाव प्रारंम्भ किया गया। गांव पाटन के बजड़ क्षेत्रा में बड़ी संख्या में टिडडीयों को मार गिराया।
माननीय विधायक महोदय श्री सुरेश टांक समय-समय पर टिड्डी प्रभावी क्षेत्रा एवं नियंत्राण की जानकरी लेते रहें, व विधायक महोदय ने किशनगढ में पुनः टिड्डी दल प्रवेश पर चिन्ता व्यक्त करते हुये ड्रोन उपयोग करने की आवष्यकता बतायी हैं।
तहसीलदार किशनगढ श्री मोहनसिंह राजावत मौके पर मौजुद थे। क्षैत्राीय पटवारी, और कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री वी.के. शर्मा, सहायक निदेशक अजमेर श्री कैलाश चन्द मेघवंशी, कृषि अधिकारी श्री दिनेश झा, श्री सतीश चौहान, कृषि अनुसंधान अधिकारी श्री संतोष तंवर व क्षेत्रा के सहायक अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षक तथा श्री तेजसिंह सरपंच पाटन, श्री मुकेश चौधरी सरपंच रामनेर की ढाणी, साथ ही स्थानीय ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग रहा।
विष्व खाद्य संगठन ने चेतावनी जारी की है कि आगामी दिनों में टिडडीयों का आक्रमण निरन्तर रहने की सम्भावना है। खरीफ बुवाई का समय आने वाला है अतः किसानों से आहवान किया जाता है कि ग्रामीण कड़ी निगरानी रखे, टिडडी दल आगमन पर तत्काल सुचना दे, टिडडीयों को खेत एवं पेड़ों पर बैठने न दे व सामुहिक रूप से क्लोरफायरीफास 20 प्रतिशत ई.सी. 1200 एम.एल. अथवा लेम्बडासायहेलाथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी. 400 एम.एल. प्रति हैक्टर की दर से छिड़काव करे। टिडडीयों के आगमन पर विभाग को तत्््््परता से टेªक्टर माउंटेड स्प्रेयर उपलब्ध करावे एवं टिडडी नियंत्राण कार्य में सहयोग प्रदान करे।
टिड्डी दलो को खेतो में बैठने से रोकने एवं उडाने हेतु पीपे, डिब्बे, थाली अथवा प्लास्टिक बोतलो को बजाकर/ शोर मचाकर, सफेद कपडा हिलाकर फसल अवशेष जलाकर धुआ करके फसलो का बचाव किया जा सकता हैं।

(वी.के. शर्मा)
उपनिदेषक कृषि (विस्तार)
जिला परिषद् अजमेर

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