कक्षा 10 व कक्षा 12 के लिए पाठ्यपुस्तकों में कोई परिवर्तन नहीं

अजमेर 26 जून। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 10 व कक्षा 12 के लिए पाठ्यपुस्तकों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। नवीन सत्र में कक्षा 9 व कक्षा 11 में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है। ये पाठ्यपुस्तकें प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मण्डल द्वारा प्रकाशित की जा रहीं है।

बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डी.पी. जारोली ने बताया कि गत शिक्षा सत्र में राज्य सरकार द्वारा शिक्षाविद् डॉ. बी.एम. शर्मा के संयोजन ने गठित चार सदस्यीय राज्य स्तरीय पाठ्यपुस्तक पुनरीक्षण (कक्षा-9 से कक्षा -12) समिति ने पाठ्यपुस्तकों में गत वर्ष फरवरी में आंशिक संशोधन किये थे। संशोधित पुस्तकों को गत शिक्षा सत्र 2019-20 में लागू किया गया। गत वर्ष किसी भी शिक्षाविद् ने पाठ्यक्रम को लेकर कोई आपत्ति नहीं की। बोर्ड पाठ्यक्रम में प्रदेश के शूरवीर, यशस्वी महाराणा प्रताप को लेकर गत वर्ष विधानसभा में कई प्रश्न पूछे गये जिनका माननीय मंत्री महोदय ने समुचित उत्तर दिया गया और सदस्य सन्तुष्ट हुए। पिछले सप्ताह विभिन्न समाचारो ंमें प्रकाशित समाचारों के अनुसार कुछ शिक्षाविद्ों ने कहा है कि बोर्ड पाठ्यक्रम में परिवर्तन कर महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व को छोटा दर्शाने की कोशिश की गई है। वास्तविकता यह है कि पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शूरवीरता, पराक्रम, शौर्य, सफल नेत्त्व और संगठन क्षमता का विस्तार से उल्लेख किया गया है। फिर भी बोर्ड ने पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा समिति से समाचार माध्यमों में प्रकाशित मुद्दों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।

बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान बोर्ड की सीनियर सैकण्डरी की मुख्य परीक्षायें लगभग पूर्ण होने जा रहीं है। बोर्ड की इन परीक्षाओं में चिकित्सा विभाग और शिक्षा विभाग ने विशेष सहयोग किया है। कोविड-19 की महामारी के चलते 20 लाख अधिक परीक्षार्थियों की परीक्षा कराना बोर्ड के समक्ष एक बडी चुनौती थी। परीक्षा केन्द्रों का सेनेटाईजेशन, लाखों परीक्षार्थियों के थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था, प्रश्न पत्रों की सुरक्षा और परीक्षा केन्द्रों पर कानून व्यवस्था बनाये रखने पर प्रदेश सरकार ने महत्ती सहयोग प्रदान किया है।

उप निदेषक (जन सम्पर्क)

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